चलता रहा बातचीत और टिप्स लेने का दौर

मैट्रो सिटीज से आए यूथ्स यह देखने को बेताब रहे कि कैसे बालू भरी जमीन पर गांव की महिलाएं एक साथ कई लोगों के लिए खाने पीने का बंदोबस्त करने में तल्लीन रहीं। इस दौरान ज्यादातर युवाओं की उत्सुकता उनसे बतियाने और उनसे ट्रेडिशनल डिशेस के टिप्स लेने में रही.   

बदलते ट्रेंड ने बढ़ाई रौनक

मेले में अपने मॉम डैड के साथ देश के कोने-कोने से आए 20 वर्ष से कम उम्र तक के यूथ का भी हुजूम देखने को मिला। मेले की भीड़ में इनकी अलग ही शख्सियत देखने को मिली। ब्वायज जींस-पैंट में पहुंचे तो जींस टॉप पहने पहुंची गल्र्स ने भी अपनी नुमाईंदगी से मेले की रौनक में चार चांद लगाया।

युवाओं संग बच्चों ने भी जमाया रंग

हां, यह बात जरूर रही कि यंगिस्तान का अपना रंग-ढंग अधिकांश बड़े बुजुर्गों को रास नहीं आया और उनके बीच इसे लेकर खुसर-फुसर मची रही। मगर इन सबसे बेफिक्र यूथ की टोली अपने ही धुन में मदमस्त नजर आई। घूमना फिरना और फिर संगम तट पर डुबकी से इन्हें कोई गुरेज नहीं रहा। इस दरम्यान युवाओं ने पूरी शिद्दत के साथ संगम किनारे पूजा-पाठ में भी भाग लिया। इसमें बड़ी संख्या में बच्चों का भी पार्टिसिपेशन रहा।