पिंकी ने कहा झूठे आरोप के लिए हो सजा

इंडियन एथलीट पिंकी प्रामणिक पर उनकी लिव-इन पार्टनर अनामिका आचार्य ने आरोप लगाया था कि पिंकी प्रामणिक एक पुरुष हैं और उन्होनें उनके साथ रेप किया है. इसके बाद पिंकी को 14 जून 2012 को अरेस्ट कर लिया गया. गौरतलब है कि कोर्ट ने पिंकी को अरेस्ट करने के साथ ही उनके सेक्स डिटरमिनेशन टेस्ट का आदेश दिया. इस टेस्ट में पिंकी प्रामणिक को बेगुनाह माना गया है जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. कोलकाता हाईकोर्टकोर्ट से रिहा होने के बाद पिंकी ने न्याय की मांग करते हुए कहा है कि शिकायतकर्ता को उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए सजा मिलनी चाहिए.

कोर्ट से लगाई गुहार

पूर्वी रेलवे की कर्मचारी पिंकी प्रामणिक ने कोर्ट से न्याय की मांग करते हुए पूछा है कि अब मैं निर्दोष साबित हो गई हुं लेकिन अब मैं यह जानना चाहती हुं कि मुझे फंसाने वाली अनामिका आचार्य को क्या सजा मिलेगी. गौरतलब है कि इस आरोप में बरी होने तक पिंकी को साइकॉलोजिकल ट्रूमा से गुजरना पड़ा है जो किसी भी एथलीट के लिए काफी खतरनाक है. उल्लेखनीय है कि तेज धावक पिंकी ने एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता था.

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