-बेडि़यों के साथ तीन किमी पैदल चलकर थाने पहुंचा पिता

-खेतीबाड़ी का हिसाब मांगने पर बेटे ने की ऐसी हरकत

>BAREILLY :

बुजुर्ग के पैरों में लॉक लगी जंजीर, तीन किलोमीटर घिसट-घिसट पैदल चलकर थाने पहुंचा। वह भी अपने बेटे के खिलाफ। बुजुर्ग का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने ही बड़े बेटे से खेतीबाड़ी का हिसाब मांग लिया। इसी बात पर कहासुनी होने पर बेटे ने बुजुर्ग के पैरों में जंजीर जकड़ दी। सुबह नौ बजे थाने पहुंचे बुजुर्ग ने जब इंस्पेक्टर से शिकायत की तो उन्होंने ने भी उसे विक्षिप्त बताकर थाने से भगा दिया। शाम तक वह गेट पर बैठा रहा तो होमगार्ड फूल सिंह ने जंजीर के ताला तोड़ने की कोशिश की लेकिन नहीं टूटे।

किसी ने नहीं की मदद

फतेहगंज पश्चिमी के गांव रहपुरा जागीर निवासी प्यारे लाल के परिवार में पत्‍‌नी जावित्री के अलावा दो बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रेमपाल व छोटा तेजपाल। खेतीबाड़ी के हिसाब को लेकर पिता-पुत्र में विवाद हो गया। आरोप है कि बेटा प्रेमपाल ने जंजीर से पिता के दोनों पैर बांधकर उसमें दो मजबूत ताले डाल दिए। जंजीर को घर में ही जामुन के पेड़ से बांध दिया। जिससे पिता कहीं बाहर न जा सके.कई दिन से मौके की तलाश में संडे तड़के पत्नी जावित्री ने चुपके से पति को पेड़ से खोल कर भगा दिया। उसके बाद प्यारेलाल थाने पहुंचा। सुबह नौ से शाम पांच बजे तक पुलिस से जंजीर खुलवाने की जिद करता रहा लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। इसके बाद प्यारे लाल कहां गया किसी को नहीं पता।

इंस्पेक्टर ने भी कह दिया विक्षिप्त

बेडि़यों में जकड़ा हुआ प्यारे लाल थाने आया, तो इंस्पेक्टर गोविंद सिंह से शिकायत की, लेकिन गोविंद सिंह ने उसकी एक न सुनी। उसे विक्षिप्त समझकर अनसुना कर दिया। थाने में बैठे सभी पुलिसकर्मी जंजीर में जकड़े प्यारेलाल को देखते रहे, लेकिन किसी ने उसे बंधनमुक्त करने या उसके परिवार वालों को बुलाकर उसके आरोपों की पुष्टि करना तक उचित नहीं समझा। इंस्पेक्टर ने जब प्यारे लाल की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया तो वह थाने के गेट के बाहर बैठ गया। शाम को वह कहां गया किसी को नहीं पता।

======================

बेडि़यों में जकड़ा एक व्यक्ति आया तो था। विक्षिप्त लग रहा था। ऐसी कोई शिकायत भी नहीं थी। इसलिए ध्यान नहीं दिया।

- गोविंद सिंह, इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी