-पीके का लक्ष्य एक लाख छात्रों-युवाओं को जदयू से जोडें़गे

PATNA: जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा है कि उनकी कोई निजी राजनीतिक आकांक्षा नहीं है। एक निश्चित लक्ष्य के साथ जदयू से जुड़े हैं। लक्ष्य यह कि अगले 10 साल में बिहार देश के 10 विकसित राज्यों में शामिल हो जाए। दूसरा लक्ष्य है कि अगले पांच साल में कम से कम राज्य के एक लाख छात्र-युवा जदयू से जुड़ें। हम ऐसे युवाओं को संगठन से जोड़ना चाहते हैं, जिनका पहले कोई राजनीतिक रुझान नहीं है। किसी दल से जुड़ाव भी नहीं है। प्रशांत किशोर शुक्रवार को जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे।

युवाओं को मिले अधिक अवसर

पीके ने कहा कि नए लोग राजनीति में से जुडें़ तो इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे। यही लोग आगे चलकर पंचायत से लेकर संसद तक में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यही राय है कि विधायकों-सांसदों की औसत उम्र 45 साल हो। जाहिर है, इस राय पर अमल करने के लिए युवाओं को अधिक अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को राजनीति में दिलचस्पी लेनी चाहिए। अध्ययन ठीक है। लेकिन, नीति निर्धारण में अध्ययन के अलावा परिपक्व राजनीतिक सोच की भी जरूरत होती है। इसी इरादे से वह विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनावों में जदयू के छात्र संगठन की सक्रिय और प्रभावकारी भागीदारी चाह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जदयू से जुड़ने के बाद पीके की राजनीतिक चर्चा फिर से होने लगी है। इससे पहले पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में वीसी से मुलाकात को लेकर वे बवाल में फंस गए थे। लेकिन पीयू छात्र संघ चुनाव परिणाम आने के बाद फिर से उनके आलोचकों की बोलती बंद हो गई है।

कई मामलों में हमारी नीतियां भाजपा से अलग

राम मंदिर के सवाल पर भाजपा के नजरिए पर उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार किया। कहा कि यह ठीक है कि जदयू और भाजपा एक गठबंधन के अंग हैं। लेकिन, कई मामलों में हमारी नीतियां अलग भी हैं। पीके ने हिन्दी पट्टी के तीन राज्यों में भाजपा की पराजय पर भी सीधी टिप्पणी नहीं की। पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कम होने के सवाल पर पीके ने कहा कि हम ऐसा नहीं मानते। आज भी नरेंद्र मोदी की निजी लोकप्रियता सबसे अधिक है। उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की भाषा शैली पर कहा कि हम लोग और नीतीश कुमार भी साफ-सुथरी और शालीन भाषा के समर्थक हैं। किसी के प्रति आपत्तिजनक व्यवहार हमारे संस्कार में नहीं है। प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह के अलावा प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, डा। सुनील सिंह, अजय आलोक, अंजुम आरा, सुहेली मेहता, श्वेता विश्वास और ओम प्रकाश सेतु मौजूद थे।