RANCHI : हमारे आसपास में विकास के नाम पर जितनी तेजी से पेड़ काटे जा रहे हैं। एक समय ऐसा भी आएगा कि हमें सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा भी नहीं मिलेगी। इसलिए अभी सतर्क नहीं हुए तो बहुत देर हो जाएगी। ऐसे में अगर पर्यावरण को हेल्दी बनाए रखने के लिए पेड़ लगाने से ही बात बनेगी। क्योंकि पेड़ों के काटे जाने की वजह से पाल्यूशन बढ़ता जा रहा है। इस वजह से टेंपरेचर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के अभियान 'अप्रैल कूल' को एक ओर जहां सराहना मिल रही है। वहीं दूसरी ओर लोग पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने की शपथ भी ले रहे है।

दूसरों को संदेश देने से नहीं अब स्वयं के लिए पेड़ लगाने से ही बात बनेगी। पेड़ों के कटने की वजह से हमलोग एक बार फिर प्रदूषण की चपेट में आ रहे है। इसलिए जहां खाली जगह मिले वहां पेड़ लगा देना चाहिए। इससे किसी को कोई नुकसान तो नहीं होने वाला। आईनेक्स्ट का यह आइडिया लोगों की सोच बदलेगा।

नीरज कुमार

सीनियर डिवीजनल ऑपरेशन मैनेजर, रांची डिवीजन

नेशनल हाईवे के निर्माण के समय सड़क किनारे लगे हरे-भरे पेड़ों की कटाई तो हुई लेकिन दो साल में अभी तक इसकी पूर्ति नहीं हो सकी है। यहीं वजह है कि तापमान में अचानक वृद्धि के चलते पारा तेजी से बढ़ रहा है। अगर पेड़ लगाकर उसकी रक्षा की जाए तो इस टेंपरेचर फ्लक्चुएशन से बचा सकता है। आईनेक्स्ट की पहल अच्छी है।

डॉ अजीत कुमार

प्रेसिडेंट, जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन