-लोगों को जानकारी नहीं होने से सामने आ रही दिक्कतें

-बिना लाइन लगाए मिलती है सुविधा, एक बार में जमा करा सकते हैं चालीस हजार

ALLAHABAD: सिविल लाइंस के रहने वाले नवीन पिछले दिनों खाते में पैसा जमा कराने एसबीआई की मेन ब्रांच गए थे। यहां पर काउंटर पर पहुंचते ही क्लर्क ने उनसे ग्रीन चैनल कार्ड मांग लिया। यह सुनकर नवीन सकपका गए। उन्हें इसके बारे में जरा भी जानकारी नहीं थी। हालांकि, यह केवल एग्जाम्पल है। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से चलाई जा रही इस सुविधा की जानकारी नहीं है। नतीजा उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।

निकाल नहीं सकते खाते से पैसा

ग्रीन चैनल कार्ड सुविधा के तहत ग्राहकों को बैंक में पैसा जमा कराने की सहूलियत मिलती है। इस कार्ड के जरिए पैसा निकाला नहीं जा सकता है। बिना किसी तरह की पर्ची जमा भरे ग्राहक बैंक के काउंटर पर एटीएम की तरह इस कार्ड का प्रयोग कर सकता है। इस सुविधा में एक बार में चालीस हजार रुपए ही जमा किए जा सकते हैं। इससे ज्यादा जमा कराना हो तो दूसरी बार ट्राई करना होगा।

बाहर रहने वालों के लिए सुविधा

इस कार्ड से देशभर की किसी भी एसबीआई की शाखा से अपने या दूसरे के खाते में पैसा जमा कराया जा सकता है। खासतौर से ग्रीन चैनल कार्ड उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो घर से बाहर रहते हैं। वह अपने संगे-संबंधियों को बिना लाइन में लगे फटाफट पैसा भेज सकते हैं। बता दें कि इसके पहले बैंकों में पैसा भेजने के लिए काउंटर पर लंबी लाइन लगानी पड़ती थी।

कैसे बनेगा कार्ड

-ग्राहक को किसी भी जीसीसी या सीडीएम वाली शाखा में जाकर एक पहचान पत्र दस्तावेज सहित जमा करना होगा

-इसके लिए एसबीआई में ग्राहक का खाता होना जरूरी है

-कार्ड करने के लिए बैंक द्वारा निर्धारित शुल्क वसूला जाता है

बॉक्स

कार्ड की बाध्यता क्यों?

बताया जाता है कि कोर बैंकिंग की सुविधा शुरू होने के बाद तेजी से इसका मिसयूज शुरू हो गया। इसको लेकर बैंक चिंतित हैं। यहां तक कि एक ही खाते से कई खातों में पैसा भेजने के दौरान टेंडरर का नाम तक का उल्लेख नही किया जाता था। ऐसे में एसबीआई ने ग्रीन चैनल कार्ड की शुरुआत की। इससे पैसा भेजने वाले और प्राप्त करने वाले की डिटेल बैंक के पास ऑटोमेटिकली दर्ज हो जाती है।

वर्जन

यह सुविधा नॉन होम नकदी जमा लेनदेन पर लागू है। इससे ग्राहक कहीं से भी किसी भी खाताधारी को पैसा भेज सकता है। बस उसे एसबीआई का ग्राहक होना चाहिए। इसमें ग्राहकों लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है।

-एके भारती

मैनेजर, एकाउंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन एसबीआई