-पॉलीथिन मुक्त काशी की मुहिम में उठी आवाज, व्यापारियों, गृहणियों और स्टूडेंट्स ने भरी हुंकार

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित परिचर्चा में पॉलीथिन बैन पर हर किसी ने लगाई अपनी मुहर

वर्तमान दौर में अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखना सबसे बड़ी चुनौती है। हमारी गाडि़यों से निकलने वाला धुंआ, कारखानों का गंदा पानी, लगातार कट रहे पेड़ हमारे पर्यावरण को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। इन सब तमाम कारणों में पॉलीथिन भी हमारे पर्यावरण का एक बहुत बड़ा दुश्मन साबित हो रहा है। यह हमें पता भी है पर इसके बावजूद हम इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लगा पा रहे हैं। पर अब स्थिति ऐसी आ चुकी है कि अगर हमने पॉलीथिन से तौबा नहीं किया तो हमें गंभीर परिणाम भुगतना होगा। पॉलीथिन के प्रयोग की हानियों से लोगों को अवेयर करने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में मंगलवार को आयोजित परिचर्चा में शामिल हुए शहर के गणमान्य लोगों ने एक स्वर में पॉलीथिन बैन पर अपनी मुहर लगाई। साथ ही कहा कि पॉलीथिन को शहर से ही नहीं बल्कि मन, मस्तिष्क से भी निकालना होगा। तभी हम एक स्वस्थ्य व स्वच्छ शहर की परिकल्पना कर सकते हैं।

लेवल वाइज बंद हो पॉलीथिन

परिचर्चा में चीफ गेस्ट एसएसपी आनंद कुलकर्णी की वाइफ काम्या कुलकर्णी ने कहा कि पॉलीथिन का यूज कुछ देर के लिए भले ही आपको राहत दे लेकिन इसके दुष्परिणाम काफी गंभीर होते हैं। एक तो शहर गंदा होता है, दूसरा यह कि पॉलीथिन में लाए गए खाद्य सामग्री के सेवन से गंभीर बीमारियां भी फैलती हैं। लेवल वाइज प्लास्टिक बैन करते जाना चाहिए। स्पेशल गेस्ट अन्यया समिति की अध्यक्ष व आर्य महिला पीजी कॉलेज की ट्रस्टी पूजा दीक्षित ने कहा कि प्लास्टिक बैन की शुरुआत हम अपने घरों से ही कर सकते हैं। यही नहीं, स्कूल में भी बच्चों से प्लास्टिक नहीं यूज करने की अपील की है। रानी मुरारका ग‌र्ल्स कॉलेज की शिक्षिका अंजना दीक्षित और स्टूडेंट शुभ्रा दीक्षित ने कहा कि प्लास्टिक के विकल्प पर पूरा फोकस होना चाहिए। इनरव्हील नार्थ उदया की मेम्बर रोशनी हिरानी ने कहा कि प्लास्टिक के विकल्प को लेकर सब्जी व फल मंडी में अवेयरनेस के लिए कपड़े के थैले बांटे जा रहे हैं।

विनाशकारी है प्लास्टिक

सुबह-ए-बनारस क्लब के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि लोगों में बहुत जागरूकता आई है। मगर पब्लिक को यह भी मालूम चलना चाहिए कि 50 व 100 माइक्रॉन के पॉलीथिन किस कैटेगरी में आएंगे और इनकी पहचान कैसे होगी। इसे लेकर लोगों में काफी भ्रम की स्थिति है। महानगर उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रेम मिश्रा ने कहा कि मार्केट, कॉलोनियों के अलावा डोर-टू-डोर पॉलीथीन यूज नहीं करने के लिए लोगों को अवेयर किया जा रहा है। एक दर्जन कैंपेन चलाया जा चुका है। जिसमें 60 परसेंट तक सफल भी हुए। महानगर युवा उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष रूद्र प्रताप सिंह और मंत्री डॉ। अंजनी मिश्रा, संयुक्त मंत्री कौशल तिवारी ने चेताया कि प्लास्टिक का यूज बीमारी ही नहीं बल्कि विनाशकारी भी है।

पॉलीथिन मुक्त हो रहा शहर

खाद्य व्यापार मंडल के सचिव सरदार अवतार सिंह, सदस्य अनिल शुक्ला और माहेश्वरी युवा संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री गौरव राठी ने कहा कि घर-घर अभियान चलाने से ही पॉलीथिन का यूज पूरी तरह से बंद होगा। जेसीआई काशी शिवा के धीरज जायसवाल व मीडिया प्रभारी पंकज नागवंशी ने कहा कि बहुत हद तक लोगों में जागरूकता आई है। मीरापुर बसहीं उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री किशन सेठ ने कहा कि अभियान का नतीजा है कि मीरापुर बसही एरिया में 80 परसेंट तक पॉलीथिन मुक्त हो गया है। सप्तसागर व्यापार मंडल के संजय सिंह व धर्मेंद्र अग्रवाल ने कहा कि दवाएं हम सब अब कागज के थैले या कपड़े के थैले में बांट रहे हैं।

इन्होंने लिया संकल्प

पॉलीथिन बैन में सहभागिता दर्ज कराने और अधिक से अधिक लोगों को पॉलीथिन का यूज रोकने के लिए संकल्प दिलाया गया। इसमें एसएसपी की वाइफ काम्या कुलकर्णी, अन्यया समिति की अध्यक्ष पूजा दीक्षित, शिक्षिका अंजना दीक्षित, स्टूडेंट शुभ्रा दीक्षित, रोशनी हिरानी, महानगर उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रेमा मिश्रा, माहेश्वरी युवा संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री गौरव राठी, खाद्य व्यापार मंडल के सचिव सरदार अवतार सिंह, सुबह-ए-बनारस क्लब के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, अहमद खान, हृदय गुप्ता, रूद्र प्रताप सिंह, डॉ। अंजनी मिश्रा, कौशल तिवारी, संजय सिंह, धर्मेद्र अग्रवाल, किशन कुमार सेठ, राहुल कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार गुप्ता, आशीष कुमार, विनय कुमार गुप्ता, पंकज नागवंशी, धीरज जायसवाल, अनिल शुक्ला, रजनीश कन्नौजिया, मृत्युंजय सोनकर आदि शामिल रहे।

निश्चित तौर पर पॉलीथिन मुक्त काशी को लेकर चलाए जा रहा अभियान काफी सराहनीय है। हर किसी को अपने मन, मष्तिक से पॉलीथिन को निकालना होगा। लेवल वाइज प्लास्टिक बैन पर पूरा फोकस होना चाहिए।

काम्या कुलकर्णी

घर में पॉलीथिन का यूज करने वालों में सबसे अधिक महिलाएं और बच्चे होते हैं, इन्हें जागरूक करने से ही प्लास्टिक पर लगाम लगेगा। कैंपेन के जरिए इन्हें अवेयर भी किया जा रहा है।

पूजा दीक्षित, अध्यक्ष,

अन्यया समिति

पॉलीथिन मुक्त काशी को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से कैंपेन चलाया जा रहा है। इससे लोगों में जागरूकता भी बहुत हद तक आई है।

गौरव राठी, प्रदेश संगठन मंत्री,

माहेश्वरी युवा संगठन

प्लास्टिक बैन को प्रभावी बनाने के लिए एक दर्जन से अधिक बार कैंपेन चलाया जा चुका है। इससे 60 परसेंट से अधिक लोग अवेयर भी हुए। अभी भी कैंपेन जारी है।

प्रेम मिश्रा, अध्यक्ष

महानगर उद्योग व्यापार समिति