-जैपिकॉन के अध्यक्ष डॉ एनके सिंह ने जताई चिंता

-एनुअल कांफ्रेंस के समापन में डॉक्टर्स ने दिए प्रेजेंटेशन

RANCHI (6 Mar) : आज के युवाओं में डायबिटीज एक बड़ी समस्या बन रही है। ख्0-फ्0 वर्ष के युवाओं में शुगर ब्00 से भ्00 तक है जो चिंता का विषय है। हमारी लाइफस्टाइल के अलावा मॉडर्न फूड और प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल भी जिम्मेवार है। जैपिकॉन के समापन के मौके पर इसके चेयरमैन डॉ एनके सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड सब्जियां, अंडे, दाल का सेवन भी हमें डायबिटीक बना रहा है। डॉ सिंह ने बताया कि जर्मनी में हुए रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि खाद्य फसलों में फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स के अधिक इस्तेमाल से लोगों में डायबिटीज की समस्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड्स के अधिक इस्तेमाल पर कंट्रोल करे, नहीं तो आने वाला वक्त और भयावह हो सकता है। डॉ सिंह ने कहा कि फलों में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इन्हें धोने के बाद छिलका उतार कर खाना ही बेहतर है।

हो सकता है खतरनाक

जैपिकॉन के दूसरे और अंतिम दिन भी विभिन्न जगहों से आए डॉक्टर्स ने अपना प्रेजेंटेशन दिया। इसमें डॉ दीपांजन बंदोपाध्याय, डॉ आरके धामिजा, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ एनके सिंह, डॉ अविनाश के अलावा कई अन्य डॉक्टर्स का सेशन हुआ। इस दौरान डॉ आरके धामिजा ने बताया कि 90 परसेंट सिर दर्द नार्मल होता है और इसे इग्नोर किया जा सकता है। यह माइग्रेन, टेंशन और क्लस्टर के कारण होता है। वहीं, क्0 परसेंट मामलों में यह काफी सीरियस होता है, जिसमें फीवर, उल्टी, मिर्गी के साथ सिरदर्द होता है। ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर से से मिलना जरूरी है। ऐसे मामलों में नस ब्लॉक होने और नस फटने से समस्या बढ़ जाती है।