आईईआरटी के प्लास्टिक टेक्नोलॉजी विभाग में पूरा छात्र सम्मेलन

सालों बाद पुराने दोस्तों से मिलकर जोश से लबरेज दिखे पुरा छात्र

ALLAHABAD: वही पुराना कैंपस और वही पुरानी कैंपस की दीवारें। लेकिन कुछ बदला बदला सा नजर आ रहा था। क्योकि आज छात्र के रूप में नहीं पुराछात्र के रूप में कालेज कैंपस में इनका आना हुआ था। पुराने दोस्तों मिलने की खुशी के बीच रविवार को आईआईटी के प्लास्टिक टेक्नोलॉजी विभाग में आयोजित पुराछात्र समागम में पहुंचे पुराछात्र उत्साह से लबरेज होकर पहुंचे। कालेज कैंपस में पहुंचते ही पुराने दोस्तों को देख उनसे गले मिलकर हाल चाल लिया। वहीं सीनियर्स को देखकर उनका वेलकम भी किया। मिली जुली प्रतिक्रियाओं के बीच रविवार को पुराछात्र सम्मेलन की शुरुआत हुई।

सीनियर्स ने दिए सफलता के मंत्र

पुराछात्र सम्मेलन के दौरान सबसे खास बात रही कि सीनियर्स ने कालेज के स्टूडेंट्स के साथ अपना एक्सपीरियंस शेयर किया। इस दौरान उन्होंने प्लास्टिक टेक्नोलॉजी के फील्ड में भविष्य और करियर को लेकर मौजूद संभावनाओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। कालेज के स्टूडेंट्स ने भी करियर से जुड़ी विभिन्न क्वैरीज को पूछकर शांत किया। इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत आईईआरटी के निदेशक विमल मिश्रा द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुई। जिसके बाद कालेज के छात्राओं ने गणेश वंदना की मोहक प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के दौरान मनीष, निकिता, ओशी साहू, रिषिका समेत अन्य स्टूडेंट्स ने अपनी शानदार प्रस्तुति से ऐसा समां बांधा कि हर कोई उसमें डूबता चला गया। कार्यक्रम में पुराछात्रों ने वर्तमान शिक्षकों को अंगवस्त्रम् देकर उन्हें सम्मानित किया। पुराछात्र सम्मेलन में कालेज से रिटायर्ड हो चुके कई शिक्षक भी शामिल हुए।

1977 से 2015 तक के पुराछात्र

पुराछात्र सम्मेलन के दौरान सबसे खास बात रही कि उसमें 1977 से 2015 तक के पुराछात्र शामिल हुए। जिसमें गिरीजेश, अनिल पाल, बालेश त्रिवेदी, रनविजय सिंह, भूपेन्द्र पटेल, विवेक शंकर पाण्डेय, विश्वस्वरूप, मनियार, राहुल, असीम थापा समेत अन्य पुरा छात्र शामिल थे। इस दौरान पुराछात्रों ने भी भक्तिगीत, सोलो डांस, कविताएं, गीत की प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन एमए सिद्दीकी ने किया।