JAMSHEDPUR: केरला समाज के प्लेटिनम जुबिली वर्ष पर आयोजित किए जा रहे भव्य समारोह के तीसरे दिन रविवार को केरल से आए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार एमजी श्रीकुमार और उनकी टीम के कलाकारों ने लोगों को मलयाली फिल्मी गीतों के साथ ही हिंदी गीतों पर खूब झुमाया। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने अपने कॅरियर में बहुत बड़ा बदलाव लाने वाले मलयाली फिल्म के गीत 'स्वामी नाथा' से की। तालवट्टम फिल्म का गाना 'पन वीणे' प्रस्तुत कर उन्होंने खूब तालियां बटोरीं। इसके बाद उन्होंने गीत 'ओरमगल ओडी कलिक्यूवान' प्रस्तुत किया। मलयाली फिल्म हिज हाइनस अब्दुल्ला के गीत 'नाद रूपिणी' प्रस्तुत कर उन्होंने खूब वाहवाही बटोरी। इस गीत के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।

देर शाम तक चला प्रोग्राम

इसके बाद बारी थी उनकी टीम के साथी कलाकार रंजिनी जोश, टीनू टेलंस व नयना की। नयना ने लोगों की फरमाइश पर हिंदी फिल्म का गीत 'मेरे ढोलना सुन, मेरे प्यार की धुन' सहित अन्य हिंदी फिल्मों के गीत प्रस्तुत किए। गीत-संगीत का यह दौर देर शाम तक चलता रहा और लोग झूमते रहे। प्रोग्राम में केपीजी नायर, के मुरलीधर, केपीआर नायर, टीके सुकुमारन, एम गोपालकृष्णन, मालती, मोहन सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे

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घर पर की पत्थरबाजी

टेल्को कॉलोनी निवासी हर्षव‌र्द्धन सिंह के घर पर सैटरडे की रात कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की और बोतल भी फेंके। इस घटना में उनके घर की खिड़की के शीशे टूट गए। इस संबंध में टेल्को थाना में कंप्लेन की गई है। अपनी कंप्लेन में उन्होंने कहा है कि वे टेल्को वर्कर्स यूनियन की गलत एक्टिविटी का विरोध करते रहते हैं। इसके आलावा यूनियन के निष्पक्ष चुनाव की मांग को लेकर हाई कोर्ट में केस भी किया है। इस कारण इस घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने कहा है कि आवाज सुनकर वे बाहर निकले तो देखा कि दो बाइक पर सवार पत्थरबाजी करते हुए वहां से भाग निकले।