- रंगयात्रा नाट्य समारोह का आज दूसरा दिन

- राय उमानाथ बली पे्रक्षागृह में नाटक का मंचन

LUCKNOW :

सात दिवसीय रंगयात्रा नाट्य समारोह के दूसरे दिन यायावर रंगमंडल की ओर से नृत्य नाट्य प्रस्तुति 'मोको कहां ढूंढे रे' बंदे का मंचन राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में किया गया। छवि मिश्रा के लिखे नाटक का निर्देशन पुनीत मित्तल ने किया। नाटक में अवनी और रवींद्र के अटूट प्रेम की कहानी को बयां किया गया है। अवनी की असमय मृत्यु हो जाने के कारण रवींद्र टूट जाता है और अपनी जिंदगी से रूठकर अकेलेपन के अंधेरे में डूबकर घुटन भरी जिंदगी को गले लगा लेता है। रवींद्र के मित्र और अन्तर्मन की पुकार उसे सकारात्मक दिशा की ओर ले जाने का भरसक प्रयास करते है पर उसमें वह दोनों असफल हो जाते हैं। एक दिन अवनी रवींद्र के सपनों में आकर उसको एक ऐसी प्यार भरी दुनिया में ले जाती है जहां खुशी, रंग उत्साह, उमंग और सकारात्मक ऊर्जा ही होती हैं। रवींद्र को एहसास होता है कि सकारात्मक जीवन ही अवनी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। नाटक में दिखाया गया कि प्रेम हम सब में बसता है और एक नेक राह प्रशस्त करते हुए एक अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा देता है। नाटक में पुनीत मित्तल, शुचि विश्वास, अनूप, मनोज, संजीव, संजय, विजय ने अभिनय किया।