- रंगयात्रा नाट्य समारोह का राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में आगाज

LUCKNOW :

किसी दूसरे का हक मारकर अपने ऐशो आराम की जिंदगी जीने वाले को उनके करनी का फल जरूर मिलता है। जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो एक दिन उसी गड्ढे में गिरता है। ऐसा ही नाटक 'द कमीशन' में दिखाया गया। इस नाटक का मंचन राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में किया गया। इस नाटक की मूल कहानी गौरव कृष्ण बंसल की है, मगर उसका रूपांतरण व निर्देशन ज्ञानेश्वर ज्ञानी ने किया। रंगयात्रा संस्था की ओर से नाटक का मंचन किया गया। नाटक की कहानी अस्पताल में फैले भ्रष्टाचार पर आधारित है। अनुपम नाम का एक व्यक्ति जो बहुत ही बुद्धिमान व चालाक है। उसकी पोस्टिंग एक शहर के जाने-माने अस्पताल में होती है, जहां पर उसका काम होता है कि वह विद्युत आपूर्ति को बनाये रखे। एक दिन आईसीयू में ही लाइट चली जाती है। अस्पताल के निदेशक डॉक्टर बंसल इस घटना से बहुत ही नाराज होते हैं और अनुपम को बुलाकर फटकार लगाते हैं। मगर अनुपम पुराने हो चुके यूपीएस पर दोष डालता है। ऐसे में यूपीएस को बदल दिया जाता है, मगर उसमें भी वो कमीशन लेकर खराब क्वालिटी का यूपीएस लगवाता है। एक दिन अनुपम की पत्‍‌नी का एक्सीडेंट हो जाता है और उसका इलाज उसी अस्पताल में होता है। ऑपरेशन के दौरान लाइट चली जाती है और उसकी मृत्यु हो जाती है। इस नाटक में कमल यादव, इमरान, प्रीति गोयल आदि ने अभिनय किया।