RANCHI : कांके थाना एरिया के मनातू स्थित हिंदकुश क्रशर में बुधवार की देर रात पीएलएफआई के नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान नक्सलियों द्वारा की गई ताबड़तोड़ फायरिंग में चार लोग घायल हो गए। इन सभी का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा जेसीबी और बाइक को भी उन्होंने आग के हवाले कर दिया। क्रशर के कुछ कर्मियों की नक्सलियों ने लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की। करीब आधे घंटे तक तांडव मचाने और कर्मियों को चेतावनी देने के बाद सभी नक्सली फरार हो गए।

फायरिंग कर फैलाई दहशत

करीब एक दर्जन हथियारबंद नक्सलियों ने क्रशर की साइट पर पहुंचते ही अंधाधुंध फायरिंग शुर कर दी। फायरिंग की आवाज सुनकर मजदूर और कर्मचारी भाग खड़े हुए। कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि तीन बाइक पर नौ नक्सली वहां पहुंचे थे। पहले उनलोगों ने क्रशर में अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। फिर, वहां रह रहे कर्मचारियों को पीटना शुरू कर दिया। पीटने के बाद जब सब कर्मचारी इधर-उधर भागने लगे तो उनलोगों ने अपने साथ लाए पेट्रोल से बाइक व जेसीबी में आग लगा दी।

दो घंटे बाद पहुंची पुलिस

नक्सलियों ने बुधवार की देर रात 12 बजे क्रशर में धावा बोला था। करीब आधा घंटे तक इन नक्सलियों ने यहां तांडव मचाया था। घटना को अंजाम देने के बाद जब नक्सली वहां से चले गए तो क्रशर में रह रहे कर्मियों ने घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद रात लगभग दो बजे के करीब पुलिस बल के साथ ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडूंग, मुख्यालय टू एएसपी अमित रेणु, कांके थानेदार राजीव रंजन, रातू थानेदार आमोद नारायण सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने घटनास्थल से खोखा भी बरामद किया है।

लेवी से जुड़ा है मामला

हिंदकुश क्रशर के जेनरल मैनेजर कौशिक ने बताया कि दस अगस्त को पीएलएफआई का एक नक्सली ग्राहक बनकर यहां आया था। उसने थैले में एक चिटठी छोड़ी थी। इसमें संगठन से मिलकर बात करने की बात लिखी हुई थी। चिट्ठी में लेवी की मांग पूरी नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी।

पुलिस को चिट्ठी मिलने की दी थी जानकारी

जनरल मैनेजर कौशिक के मुताबिक, दस अगस्त को पीएलएफआई की चिट्ठी मिलने के बाद थाना प्रभारी और अन्य अधिकारियों से मिल कर घटना से अवगत कराया गया था। चिट्ठी के बाबत बताया गया था कि पुलिस की छानबीन चल रही थी और इसी बीच यह घटना घट गई।