बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे पर जाने से पहले मनमोहन सिंह ने 'बांग्लादेश संवाद संस्था' यानि बीएसएस को बताया कि उन्होंने हिल्सा मछली से बनने वाले लज़ीज़ व्यंजनों के बारे में बहुत सुना है।

हिल्सा की लोकप्रियता के बारे में पूछे गए एक प्रश्न पर मनमोहन सिंह ने कहा, “मैं शाकाहार के अपने प्रण को तोड़ने के लिए तैयार हूं क्योंकि मैंने हिल्सा मछली के स्वादिष्ट व्यंजन के बारे सुना है। तो मैं इसे अपवाद बना सकता हूं। ”

बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों पर रोशनी डालते हुए भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि वे दिसंबर 1971 में बांग्लादेश की आज़ादी के तुरंत बाद वहां गए थे।

मनमोहन सिंह ने बांग्लादेश की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी को बताया, “मैंने बांग्लादेश के अधिकारियों, विशेषकर उस समय योजना आयोग के अध्यक्ष नुरूल इस्लाम साहब के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी का खाका तैयार किया था। तब से मैं भारत-बांग्लादेश संबंधों के विकास में शामिल रहा हूं। ”

मनमोहन सिंह ने बीएसएस को बताया कि वे प्रधानमंत्री के तौर बांग्लादेश और उसके लोगों के साथ इन संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए जो भी संभव है वो करेंगे।

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