-पीएम ने भोजपुरी से शुरू किया भाषण, 34 मिनट में हर काशीवासी से जुड़ गए मोदी

-लोकार्पण-शिलान्यास के साथ ही किया मिशन-2019 का शंखनाद

काशी के माटी के हमार प्रणाम बाअन्नदाता लोगन के भी प्रणाम बाआज जगन्नाथ बाबा क दिन हौ कचनार की जनसभा में अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं शब्दों से की। लगभग 34 मिनट के अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने न सिर्फ बार-बार बनारसी संस्कृति का जिक्र किया बल्कि उन्होंने बनारस को धर्म और पर्यटन का केंद्र भी बताया। इस भाषण के दौरान वह हर काशीवासी से जुड़ गए। उन्होंने बीच-बीच में काशी के मंदिरों, धरोहरों और बीएचयू को एम्स जैसी सुविधा देने के निर्णय का भी जिक्र किया। परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास के साथ ही मिशन-2019 का शंखनाद भी कर दिया।

हादसे पर व्यक्त की पीड़ा

भाषण की शुरुआत में ही मोदी ने 15 मई को हुए फ्लाईओवर हादसे का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अपने बहुमूल्य सदस्यों को खोने वाले सभी परिवारों से उनकी संवेदना जुड़ी है। कहा कि दूसरे की पीड़ा को साझा करना काशी की विशेषता है। बनारसी मां गंगा की तरह दूसरे की पीड़ा को खुद में समाहित कर लेता है। बनारसी कहीं भी रहे, इन संस्कारों को नहीं भूलता।

आपके लिए मेहनत करता रहूंगा

अपने भाषण के अंत में पीएम ने चुनावी साल के इरादे भी जता दिए। उन्होंने कहा कि 'आपके लिए जितनी हो सके, मेहनत करता रहा हूं, करता रहूंगा'। भाषण के दौरान उन्होंने काशी के मंदिरों-धरोहरों और सावन का जिक्र भी किया। कहा कि बाबा भोलेनाथ का पसंदीदा महीना सावन आने वाला है और 97 करोड़ की लागत से पंचक्रोशी मार्ग के चौड़ीकरण का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा आस्था और संस्कृति के केंद्रों तक जाने वाली दो दर्जन सड़कों का सुधार या पुनर्निमाण का काम भी पूरा हो चुका है।

सीएम योगी को भी सराहा

भाषण के दौरान पीएम मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम की कई बार सराहना की। कहा कि स्वच्छता और धरोहरों के सुंदरीकरण के लिए उनकी टीम बढि़या काम कर रही है। बीएचयू अस्पताल को एम्स जैसी सुविधा देने के निर्णय की भी चर्चा की और कहा कि काशी में लोग सिर्फ मोक्ष नहीं, अब जीवन की आस में भी आएंगे।