- 82 किमी लंबाई है आरआरटीएस कॉरीडोर की

- 180 किमी प्रति घंटा है अधिकतम स्पीड

- 160 किमी प्रति घंटा है संचालन गति

- 100 किमी प्रति घंटा रहेगी औसत गति

- 60 मिनट से भी कम समय में पहुंची दिल्ली से मेरठ।

- 5-10 मिनट के बीच चलेगी रैपिड रेल।

- 2 मेंटीनेंस डिपो होंगे कॉरीडोर के साथ

- 24 स्टेशन होंगे सराय काले खां से मेरठ, मोदीपुरम तक

- 12 स्टेशन्स को आरआरटीएस में शामिल कर लिया गया है।

- 5:55 बजे शाम को पीएम नरेंद्र मोदी ने मेरठ रैपिड रेल का किया शिलान्यास

-प्रधानमंत्री ने गाजियाबाद के सिकंदरपुर में किया शिलान्यास

-मेरठ में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान दिया गया लाइव प्रोग्राम

Meerut । शुक्रवार शाम 5:55 बजे जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद के सिकंदरपुर से दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल का शिलान्यास बटन दबाकर किया। वैसे ही मेरठ के सीसीएस यूनीवर्सिटी के सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में मोदी के नारों से परिसर गूंज उठा। पीएम मोदी के कार्यक्रम का मेरठ से लाइव प्रसारण किया गया तो वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, यूपी के कबीना मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने इससे पूर्व उपलब्धियों का बखान किया।

पूर्व सरकार की विफलता

सीसीएस यूनीवर्सिटी के प्रेक्षागृह में आवास एवं शहरी मामलों के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि रैपिड रेल परियोजना भी सालों से पाइप लाइन में थी जिसे केंद्र की मोदी सरकार ने मूर्त रूप दिया है। 2024 तक दिल्ली-मेरठ के बीच हाईस्पीड ट्रेन का संचालन शुरू होगा।

दिल्ली में काम करेंगे, मेरठ में रहेंगे

सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने इसे मेरठ के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी बताया। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने दावा किया कि आरआरटीएस दिल्ली-मेरठ क्षेत्र में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का परिदृश्य बदल देगा।

'रैपिड रेल और मेट्रो का शिलान्यास

सिकंदरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'देश के नेक्स्ट जेनरेशन अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर को नया आयाम देते हुए आज दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठके बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का शिलान्यास किया गया है.' 30 हजार करोड़ से अधिक लागत का यह देश का पहला आरआरटीएस कॉरीडोर होगा। उन्होंने रैपिड रेल के साथ-साथ मेरठ के 12 स्टेशन्स के बीच चलने वाली मेरठ मेट्रो का भी शिलान्यास किया। राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, सतपाल सिंह आदि इस दौरान मौजूद थे.'

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इनसेट

जब बिफर पड़े लक्ष्मीकांत

केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना की तारीफ में मंच से कसीदे गढ़ रहे थे। तभी भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ। लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहाकि मेरठ के करीब 50 हजार फार्म स्वीकृत नहीं हो सके हैं, जिसकी शिकायत लेकर पूर्व अध्यक्ष ने कबीना मंत्री से मंच पर ही सवाल-जबाव कर दिया।

पार्षद को मिल रहा योजना का लाभ

पार्षद अंशुल गुप्ता ने शिकायत की कि मंच से आयुष्मान योजना का गोल्डन कार्ड हासिल करने वाला नगर निगम के वार्ड 81 का पार्षद शहजाद है। योजना में पात्रों की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए पूर्व अध्यक्ष ने सीएमओ डॉ। राजकुमार को आड़े हाथों ले लिया।