- धनबाद के बलियापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 हजार करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास, बोले

--वादा किया था झारखंड जो देगा वह उसे सूद समेत लौटाऊंगा, आज वह काम कर दिया

- 27 हजार करोड़ रुपये के पांच बड़े प्रोजेक्ट झारखंड ही नहीं देश के विकास में भी मददगार होंगे

- चार साल में दिल्ली और रांची की सरकारों ने एक दिशा में काम करके विकास की धारा बहाई

धनबाद : बलियापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शुक्रवार को ऑनलाइन शुभारंभ किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने सिंदरी में खाद कारखाना पुनरुद्धार, देवघर में एम्स, हवाई अड्डा, पतरातू में पावर प्लांट, रांची सिटी पाइप लाइन गैस वितरण योजना का ऑनलाइन शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने जोहार के साथ अपना संबोधन शुरू किया। कहा कि झारखंड की जनता ब्लैक डायमंड पर बैठी है। झारखंड में पूरे देश में उजाला फैलाने की ताकत है।

भगवान बिरसा को नमन

उन्होंने कहा, भगवान बिरसा मुंडा की वीर धरा को नमन करता हूं। ये धरती जयपाल सिंह मुंडा के संघर्ष और अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों की भूमि है। यहां की कोयला खदानें देश के विकास में भूमिका अदा कर रही हैं। आपने आशीर्वाद दिया इसके लिए आपका आभारी हूं। जब चुनाव के समय आया था तब कहा था कि झारखंड को विकास के लिए डबल इंजन की जरूरत है। एक रांची और दूसरा दिल्ली वाला। आपने दोनों जगह हमारी सरकार बनाई। चार साल में आपने देखा कि दोनों सरकारों ने एक ही दिशा में सबका साथ और सबका विकास लेकर एक लक्ष्य के साथ कदम बढ़ाया और विकास की धारा बहाई।

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झारखंड की आर्थिक ताकत बनेगा पतरातू पावर प्लांट

18 हजार करोड़ से अधिक की लागत से बन रहा पतरातू पावर प्लांट झारखंड की आर्थिक ताकत बनेगा। यह युवाओं को रोजगार देगा। हमारा सपना था कि हिंदुस्तान के हर गांव में बिजली पहुंचे। 2014 में 18 हजार गांव में सदियों से अंधेरा था। वहां बिजली का खंभा तक नहीं था। इन गांवों को रोशनी देने का हमने बीड़ा उठाया। ये उपेक्षित गांव थे। वोट बैंक की राजनीति करनेवालों को उपेक्षितों की चिंता नहीं होती। हम सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं। तय समय सीमा के पहले 18 हजार गांव तक बिजली पहुंचा दी है। पहले किसी को फुर्सत नहीं थी कि पूछे कि आजादी के बाद भी वहां बिजली क्यों नहीं गई। हमने बीड़ा उठाया तो परिणाम सामने है। हमने गरीबों को विकास से जोड़ा है। जिनके लिए काम कर रहे हैं वे सामान्य इंसान हैं। वे ईमानदारी का जीवन जीते हैं। इन गरीब घरों में करोड़पति का बेटा नहीं रहता। गांवों में बिजली पहुंचाने मुहिम में झारखंड सरकार शानदार काम कर रही है।

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केंद्र सरकार झारखंड के विकास को गंभीर

आज एक के बाद एक जो कदम उठाए हैं उससे यह साफ हो गया है कि दिल्ली में बैठी सरकार झारखंड के विकास के लिए कितनी गंभीर है। दलित, पीडि़त, शोषित और आदिवासी के विकास के लिए हम काम कर रहे हैं। 27 हजार करोड़ रुपये के पांच बड़े प्रोजेक्ट का झारखंड की धरती पर शिलान्यास हो रहा है। सिंदरी में खाद का कारखाना, पतरातू का पावर प्लांट, भोलेनाथ की नगरी देवघर में एयरपोर्ट, एम्स और रांची में पाइप से गैस पहुंचाने का प्रोजेक्ट का एक साथ शिलान्यास हो रहा है। इससे कल्पना कर सकते हैं कि झारखंड कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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ब्याज समेत लौटाया झारखंड का कर्ज

कहा कि हमें विश्वास है कि हम सार्वजनिक जीवन में काम करते हैं। हमारा रास्ता सही है, हमारा इरादा नेक है इसका मानदंड लोकतंत्र में जनसमर्थन होता है। हम मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनकी टीम को इसके लिए बधाई देते हैं। चुनाव में झारखंड की जनता ने भारी समर्थन देकर राज्य और दिल्ली सरकार के प्रति अपने भाव प्रकट कर दिए। 2014 में जब चुनाव में आया था तो कहा था कि झारखंड जो दे रहा है वह ब्याज समेत विकास करके लौटा दूंगा। वह काम कर दिया।

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अब यूरिया के लिए किसानों को नहीं खानी पड़ेगी लाठी

पीएम मोदी ने कहा कि सोलह साल से सिंदरी का खाद कारखाना बंद था। यह वह कारखाना है जिसकी परिकल्पना भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। वे तब मंत्री थे। यूपी के गोरखपुर में भी ऐसा ही एक कारखाना शुरू होगा। यूरिया के कारखानों को आसानी से गैस मिलेगी। जब ये कारखाने शुरू हो जाएंगे तो हमें बाहर से यूरिया नहीं मंगानी होगी। पहले यूरिया खेत में नहीं अमीरों के कारखानों में पहुंच जाती थी। हमने शत प्रतिशत यूरिया की नीम कोटिंग कर दी। इससे यह किसी दूसरे कारखाने में काम नहीं आती। यह सिर्फ खेत में काम आ सकती है। चोरी रुकने से कारखाने वाले परेशान हैं पर हमारा किसान खुश है। अब यूरिया के लिए किसान को लाठी नहीं खानी पड़ती।

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रांची को बनाएंगे टॉप क्लास सिटी

रांची हिंदुस्तान के अग्रणी शहरों की सूची में आएगी। इसलिए रांची से पाइप लाइन से गैस आपूर्ति घरों में करवाने की योजना लाई गई है। उज्ज्वला योजना के बाद अब दूसरा कदम पाइप लाइन गैस है। तीसरा सोलर एनर्जी से खाना पकाने की योजना का है।

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इलाज के लिए अब नहीं भागना होगा दिल्ली

देवघर में एम्स के निर्माण का शिलान्यास हो रहा है। पहले लोग दिल्ली एम्स भागते थे। हमने पूरे देश में एम्स का जाल बिछाने का काम किया है। 2022 तक गरीबों को घर देने का सपना है। गरीबों के लिए शौचालय, बिजली, बच्चों के पढ़ने की सुविधा वाले घर का सपना है। यह सपना हम पूरा करेंगे। हिंदुस्तान के सामान्य लोग ईमानदारी के साथ जीता है। आप सब आशीर्वाद देने आए इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद।