बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- किसानों के नाम पर घटिया राजनीति करने वालों को लगेगी बददुआ

-एक क्लिक पर पीएम ने देशभर के किसानों को दिया 2021 करोड़ रुपए तोहफा

-पीएम की जनसभा के बाद भाजपा किसान मोर्चा का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन

Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर में किसानों को बड़ा तोहफा देने के साथ विभिन्न विकास योजना का लोकार्पण व शिलान्यास किया। फर्टिलाइजर मैदान में मंच से पीएम मोदी ने भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन के खुले सत्र में किसानों को बधाई भी दी। किसानों को सम्मान निधि देने का वादा प्रधानमंत्री ने पूरा कर दिया है। अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने इसकी घोषणा की थी। गोरखपुर में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री ने एक करोड एक लाख छह हजार आठ सौ अस्सी किसानों के खाते में सम्मान निधि की पहली किस्त के रूप में 2000 रुपये डिजिटली डाले। उन्होंने कहा कि आज का दिन सामान्य दिन नहीं है। लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। आज किसान के घर से लेकर खेत तक काम हो रहा है। यहां की धरती से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ हो रहा है। आज फर्टिलाइजर से 10 हजार करोड़ परियोजना का शिलान्यास हुआ है, जो निश्चित तौर पर पूर्वाचल के लोगों के स्वास्थ्य, सड़क, रेल, रोजगार व गैस आदि सुविधाएं मिलेंगी। पीएम ने कहा कि पहले की सरकारें केवल बड़ी-बड़ी बातें करती थी। उनकी मंशा ठीक नहीं थी। किसानों के लिए सही निर्णय नहीं ले सकते थे। 2014 में हमारी सरकार बनी तो हमने किसानों के लिए काम किया। 2022 तक किसानों की आय दो गुनी हो सके, इसके लिए प्रयास जारी है। पीएम ने कहा अभी तो यह शुरुआत है। हर वर्ष लगभग 75 हजार रुपए सीधे पहुंचनवाले हैं।

मिलावटी लोगों के लटक गए चेहरे
विपक्षियों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य सरकार को कुछ नहीं करना है। ईमानदारी से बस किसानों की सूची बनानी है और उसे मुझे भेजना है। इस काम को कई सरकारों ने प्राथमिकता से की है। लेकिन कुछ ऐसी भी राज्य सरकारें हैं, जो इस योजना को लागू नहीं होने दे रहे हैं। उन्हें इन किसानों की बदुआएं लगेंगी और उनका राजपाठ तहस-नहस हो जाएगा। आपको किसी के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। इन मिलावटी लोगों के चेहरे लटक गए हैं। संसद में मोदी-मोदी करने लगे। अफवाहे फैलाना इनका जन्मजात स्वभाव है। अब अफवाह यह फैलाया जा रहा कि मोदी दो हजार रुपए साल भर बाद वापस ले लेगा। पैसा आपका हक है। न मोदी ले सकता है और न राज्य सरकारें ले सकती है।

 

इन महामिलावटी लोगों का मोदी खोलकर रख देगा पोल
उन्होंने कहा कि महामिलावटी कांग्रेस, सपा, बसपा के चेले चपाटों को किसान याद नहीं आए। जब चुनाव आता है तब इन्हें किसान याद आते हैं। किसानों को आकर्षित करने के लिए कर्जमाफी का इन्हें बुखार चढ़ जाता है। वोट बटोर लेते हैं। लेकिन मोदी ऐसा नहीं करने देगा। इनकी पोल खोल कर रख देगा। इन मिलावटखोरों ने पार्लियामेंट में बोला था की किसान सम्मान निधि योजना का लाभ कैसे देंगे। लेकिन हमने बजट का प्रावधान किया। 2008 में सरकारी दफ्तर के अनुसार, बैंक का 6 लाख करोड़ का कर्ज था और माफ किए सिर्फ 52 हजार करोड़ रुपए माफ हुए।

मोदी ऐसा पाप नहीं करेगा
उन्होंने कहा कि कर्ज माफी हम भी कर देते, लेकिन मोदी ऐसा पाप नहीं करेगा। एक लाख करोड़ कृषि सिंचाई पर मोदी सरकार खर्च कर रही है। सिंचाई परियोजनाओं को पूरा न कर कांग्रेस ने कर्ज माफी का रास्ता अपनाया है, जो बहुत आसान है। कांग्रेस के चेले चपाटे को केवल इसका लाभ होता है। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। ये नया भारत है।

ग्राम पंचायत पर लाभार्थियों की चस्पा होगी सूची
कहा कि अगर आपके पास आधार नंबर नहीं है तो भी इस प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपका पंजीकरण ही काफी है। बशर्ते आपका खाता खुला होना चाहिए। खाता नहीं खुला है तो अपना खाता भी खुलवा लें। पैसा सीधे खाते में जाएगा। जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। उनकी सूची ग्राम पंचायत भवन पर चस्पा की जाएगी। उसके बाद पीएम किसान सम्मान निधि के पोर्टल पर सीधे अपलोड होगा। जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है। वे अपने ब्लाक पर जाकर अधिकारियों से संपर्क करें या फिर सीधे प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें। आपको तत्काल प्रभाव से इस योजना का लाभ मिलेगा.

2007 में एनएसपी के फाइल पर कांग्रेस नहीं ले पाई निर्णय
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार एनएसपी के माध्यम से रबी और खरीफ की फसल के समर्थन मूल्य डेढ़ गुना तय किया है। घडि़यांली आंसू बहाने वाले लोग 2007 में एनएसपी के फाइल पर निर्णय नहीं कर पाए थे। अगर एनएसपी पर निर्णय ले लिया होता तो आज किसान कर्ज में नहीं होता.

 

नार्थ ईस्ट के विकास के लिए अलग बनेगा मंत्रालय
आदिवासी के लिए अलग से मंत्रालय नहीं था। नार्थ इस्ट के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाए जाएंगे। ताकि देश के समुद्री तट पर रहने वाले मछली मारने वालों को इसका लाभ मिल सके। प्राकृति आपदा की स्थिति से निपटने के लिए प्रयास किया।

17 लाख सोलर पंप लगेंगे
गोरखपुर में दुग्ध उत्पादन के लिए एक लाख प्रतिदिन क्षमता वाली दुग्ध उत्पादक संघ बनेगा। पशुपालकों के लिए पहली बार देशी गाय व भैंस को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कामधेनु आयोग बनाने का फैसला किया गया है। इस आयोग के माध्यम से पशु व दुग्ध व्यापारियों को उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ने का रास्ता सुझाएगा। किसान ऊर्जा उत्पादन योजना के तहत 17 लाख सोलर पंप खोले जाएंगे। डीजल व बिजली की बचत होगी। इससे रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। सरकार ने जंगल में रहने वाले लोगों के लिए व बांस कारोबारियों के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं.

इन किसानों को मिला सिर्टफिकेट

- कमलेश - उत्तर प्रदेश

- मारसद - उत्तर प्रदेश

- वशिष्ठ सिंह - बिहार

- बलराम - हरियाणा

- इंद्र नारायण - झारखंड

- गौतम चिल्वपवार - महाराष्ट्र

- टी राजेंद्रन - तमिलनाडू

- केशव रॉय - त्रिपूरा

- यशपाल सिंह - उत्तराखंड

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इन्हें मंच पर दिया गया क्रेडिट कार्ड

- राम निवास - मत्स्य, उत्तर प्रदेश

- मैना देवी- बकरी पालन, उत्तर प्रदेश

- मेवाती देवी- डेयरी, उलार प्रदेश


 

वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पीएम ने किसानों से की बात
देशभर के किसानों से पीएम ने वीडियो कांफ्रेंस से बात की। सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने केरल के किसानों से बात की। मलयालम भाषा में उनकी बातें सुनी। किसान सम्मान निधि योजना के लाभ पर किसानों ने पीएम को स्क्रीन पर ही बधाई दी। इसी तरह कर्नाटक के बैंग्लोर के किसानों से पीएम ने बात की, उनका हालचाल पूछते हुए धन्यवाद दिया। कर्नाटक के ही पुतुर एरिया से किसानों को पीएम ने नमस्ते कर आभार व्यक्त किया। वहीं, ओडिशा के जगन्नाथ से किसानों ने जब पीएम से बात की तो पीएम ने भी जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ का नारा लगाते हुए उन्हें संबोधित किया। पश्चिम बंगाल के नरेंद्रपुर के किसानों से बात की और उनका हाल बंगाली भाषा में पूछा।