गर्मजोशी से मिले दोनों नेता

हमारे प्रधानमंत्री और चाइना के राष्ट्रपति जी शिनपिंग गर्मजोशी के साथ एक दूसरे से मिले. मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने कहा है कि दोनों देशों के बीच बात भी अच्छी हुई और मुलाक़ात भी अच्छी. प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच 40 मिनट की बातचीत होनी थी लेकिन जब बातचीत शुरू हुई तो 80 मिनट तक चलती रही. मनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के स्पोक्सपर्सन अकबरूद्दीन ने कहा कि दोनों नेता बैठक के लिए अच्छी तरह तैयार थे. मोदी से मुलाकात के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि 'जब भारत और चीन मिलते हैं तो दुनिया हमें देखती है.' शी जिनपिंग ने खास तौर पर गुजरात में सीएम के रूप में मोदी के एक्सपीरिएंस और डेवलपमेंट पर उनके फोकस की बात की. बातचीत बाई-लैटरल रिलेशंस, रीजनल को ऑपरेशन और इंटरनेशनल इश्यूज पर हुई.

टेररिज्म और बॉर्डर डिसप्युट पर भी बात हुई

इस दौरान मोदी ने चीनी राष्ट्रपति से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों को साथ काम करने की ज़रूरत है. पीएम ने बॉर्डर डिसप्युट का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इसे सुलझाना उनकी पहली प्रॉइरिटीज में से एक है. इसके अलावा दोनों देशों के बीच ट्रेड बढ़ाने, इंफ्रास्ट्रक्चर में को-ऑपरेशन, इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना और पर्यटन के डेवलपमेंट की पॉसिबिलिटी पर चर्चा हुई. इस मुलाकात के दौरान नरेंद्र मोदी ने डेवलपमेंट पर सबसे ज्यादा जोर दिया.

सितंबर में इंडिया आ रहे हैं शी जिनपिंग, मोदी को भी किया इनवाइट

मोदी ने इस बैठक को अहम बताया है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेताओं की इस बैठक सिग्निफिकेंट है. दोंनो देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को आसान करने पर भी मंजूरी बनी. मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को भारत आने का न्यौता दिया. जिनपिंग ने मोदी का न्यौता कबूल कर लिया है. चीनी राष्ट्रपति ने सितंबर में भारत आने की हामी भरी है. चीनी प्रेसीडेंट ने भी मोदी को चीन आने का इनविटेशन दिया. मोदी नवंबर में चीन जाएंगे. मोदी की चीन यात्रा की डेट का ऐलान बाद में होगा.

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