दो दिवसीय होगी अंतरराष्ट्रीय वार्ता

आज कांग्रेस मुख्यालय में की गई प्रेसवार्ता में कांग्रेस के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती को कांग्रेस बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय वार्ता आयोजित करने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस ने इसे 17 और 18 नवंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित करने की योजना बनाई है. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी लोगों को संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम में दुनिया भर से 54 राजनेताओं को बुलाया जा रहा है, लेकिन इसमें कितने लोगों ने इसमें शामिल होने की स्वीकृति दी है, इसके बारे में कांग्रेस नेता ने कुछ नहीं बताया. आनंद शर्मा ने इसके बाद यह साफ तौर पर कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है.

बुखारी ने भी मोदी को नहीं दिया न्योता

कांग्रेंस से पहले जामा मस्जिद के शाही इमाम सयैद अहमद बुखारी ने भी इसी तरह के विवाद को उस समय जन्म दे चुके हैं,  जब उन्होंने अपने बेटे की दस्तारबंदी की रस्म के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को तो न्योता भेजा था, लेकिन देश के पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने से इनकार कर दिया था. इस बात पर उन्होंने साफ तार पर कहा था कि भारतीय मुसलमान मोदी से जुड़ नहीं पाए हैं. 22 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम के लिए बुखारी ने राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के चार नेताओं को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है.

बीजेपी कर चुकी हैं कार्यक्रमों की घोषणा

वहीं मोदी सरकार पहले ही नेहरू की जन्मतिथि पर कई कार्यक्रमों की घोषणा कर चुकी है. संस्कृति मंत्रालय ने इन आयोजनों के लिए 20 करोड़ रुपये का फंड भी आवंटित किया है. प्रधानमंत्री ने इन आयोजनों को लिए हाल में एक कमेटी भी बनाई थी, जिसमें नेहरू-गांधी परिवार के किसी भी सदस्य को जगह नहीं दी गई थी लेकिन नेहरू जयंती पर आयोजित होने वाली इस अंतरराष्ट्रीय वार्ता में प्रधानमंत्री को न बुलाया जाना विवाद का कारण हो सकता है.

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