बिश्केक, किर्गिस्तान (एएनआई)।  किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित 'शंघाई सहयोग आर्गेनाईजेशन समिट' में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि जो देश आतंकवाद का समर्थन और किसी भी तरह से आतंकियों को वित्तीय सहायता देने हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। इसके साथ उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना होगा। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने युवाओं के बीच कट्टरता के प्रसार को रोकने का भी अनुरोध किया। समिट में पीएम मोदी ने इमरान खान के सामने कहा, 'आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सभी देशों को एक साथ आगे आना चाहिए। आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले देशों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।'

तेल टैंकर पर हमले के बाद बोले ट्रंप, अमेरिका और ईरान किसी भी डील के लिए तैयार नहीं

साहित्य और संस्कृति समाज को बनाते हैं अच्छे

पीएम मोदी ने कहा, 'साहित्य और संस्कृति हमारे समाजों को सकारात्मक चीजों से जोड़ते हैं और युवाओं के बीच कट्टरता के प्रसार को रोकने में भी मदद करते हैं।

श्रीलंका की यात्रा के दौरान, मैं सेंट एंथोनी चर्च में गया, जहां मैंने आतंकवाद का घटिया चेहरा देखा,  मैनें देखा कि आतंकी किस तरह से निर्दोष लोगों की जान ले लेते हैं।' इसके बाद उन्होंने SCO पर बात करते हुए कहा कि भारत पिछले दो वर्षों से एससीओ का एक स्थायी सदस्य है, इस दौरान हमने संगठन की सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है। बता दें कि SCO समिट से अलग हटकर पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग सहित एससीओ सदस्य देशों के विभिन्न नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक की। आज यानी कि शुक्रवार शाम वह ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ भी बैठक करेंगे। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता अमेरिका और ईरान के बीच बढे तनाव के बारे में चर्चा करेंगे।

International News inextlive from World News Desk