-कुंभ मेले के गंगा पांडाल में पुलिस, स्वच्छाग्रही और सफाईकर्मियों का किया सम्मान

-मेले में साफ सफाई और सुरक्षा को लेकर बार-बार जताया आभार

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PRAYAGRAJ: प्रयागराज कुंभ में करोड़ों लोग स्नान और साधना करते हैं। यहां कण-कण में तप दिखता है। यहां हठयोगी, तपयोगी, मंत्रयोगी के साथ कर्मयोगी भी हैं। यह वही कर्मयोगी हैं, जिन्होंने दिन-रात मेहनत करके कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कुंभ मेला के गंगा पांडाल से कहीं। उन्होंने मेला संपन्न कराने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों के साथ पूरी दुनिया के सामने मेले में स्वच्छता की मिसाल कायम करने वाले स्वच्छाग्रही, नाविकों और सफाईकर्मियों का आभार जताया। खचाखच भरे पांडाल में उन्होंने इन कर्मयोगियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि आप की ही बदौलत प्रयागराज का कुंभ स्वच्छता और समृद्धि का प्रतीक बना है।

पूरी दुनिया में बनाया चर्चा का विषय
पीएम ने कहा कि सफाईकर्मियों ने अपने अथक प्रयास से पूरी दुनिया के सामने कुंभ को चर्चा का विषय बना दिया है। मैं दिल्ली में बैठकर स्वच्छता की तारीफों को सुनता रहता था। जिस मेले में 22 करोड़ लोग आकर स्नान करके चले वहां साफ-सफाई की व्यवस्था करना आसान नहीं होता। लेकिन सफाईकर्मियों और स्वच्छाग्रहियों ने साबित कर दिया कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है। मेले में श्रद्धालु आकर पुण्य कमा रहे थे और कर्मयोगी अपने चुपचाप अपना काम कर रहे थे। कुंभ में स्वच्छता की भूरि भूरि प्रशंसा की गई जिसके असली हकदार कर्मयोगी हैं।

गंगा की सेवा में समर्पित सम्मान
गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर पीएम गद्गद नजर आए। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी मैं प्रयागराज आया हूं लेकिन इतनी निर्मल गंगा आजतक नही देखी। यह सब नमामि गंगे और सरकार के प्रयास के जरिए हुआ है। कई नालों के पानी को गंगा में गिरने से रोका गया है। सरकार गंगा की निर्मलता को लेकर प्रतिबद्ध है। पीएम ने कहा कि दो दिन पहले मुझे सियोल में शांति पुरस्कार के रूप में 1.23 करोड़ रुपए मिले, जिसे मैंने गंगा की सेवा में समर्पित कर दिया। इसी तरह मुझे मिले उपहारों को नीलाम कर उससे मिला धन भी नमामि गंगे योजना को दे दिया।

पीएम के बोल

38 मिनट के भाषण में पीएम ने नाविकों के सम्मान में खूब कसीदे कढ़े

-भगवान राम सभी की नैय्या पार लगाते हैं और आपने उनको गंगा नदी पार कराया था।

-आप भगवान के सेवक हैं और मैं आपका प्रधान सेवक हूं। आपके बिना इतनी बड़ी व्यवस्था संभालना मुश्किल है। -कुंभ में पहली बार अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन श्रद्धालुओं को हासिल हो सके।

-पूर्व अध्यात्म, आधुनिकता और आस्था के कुंभ की कल्पना को कर्मयोगियों की मेहनत से साकार किया गया है।

-पुलिसकर्मियों का भी आभार जताया। कुंभ में लगाए 8 हजार सेना के जवानों के सम्मान में भी बोले।

-कुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रयागराज के निवासियों, अधिकारियों व कर्मचारियों सहित खोया-पाया केंद्र की भी तारीफ।

पीएम के मार्गदर्शन को दिया श्रेय
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कुंभ के सफल आयोजन का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन को दिया। कहा कि उप्र में सरकार गठन के कुछ माह बाद पीएम ने मुझसे कहा था कि कुंभ का आयोजन होना है और इसे यादगार बनाना है। कुंभ का स्वच्छ और सुरक्षित होना जरूरी है। इसके पहले केंद्रीय मंत्री उमा भारती, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंच से पीएम के आगमन पर खुशी जताई। मौके पर नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह उपस्थित रहे। बता दें कि पीएम अपने निर्धारित समय से आधा घंटे लेट गंगा पांडाल पहुंचे थे। इसके पहले उन्होंने गंगा स्नान और पूजन भी किया था।

मिला सम्मान तो खिले चेहरे
गंगा पांडाल के मंच पर पीएम ने मेले में बेहतर योगदान देने वाले स्वच्छाग्रहियों, सफाई कर्मी, नाविक, सेना और पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया। इस दौरान स्वच्छता पर आधारित एक मूवी का प्रसारण भी किया गया। पीएम ने बताया कि कुंभ में कार्यरत कर्मयोगियों के लिए एक कोष बनाया गया है। जिसका लाभ उन्हें मिलेगा। इसके अलावा सफाईकर्मियों और उनके परिवार के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसमें उनकी बेटियों की शादी और इलाज आदि में सहायता दी जाएगी।