-पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से दीदियों को किया प्रोत्साहित

क्च॥न्द्दन्रुक्कक्त्र/क्कन्ञ्जहृन्: एक छोटे से गांव की आठ गरीब महिलाओं ने पापड़ बनाकर बेचने की शुरुआत की थी। उनका काम धीरे-धीरे बढ़कर लिज्जत पापड़ के रूप में देश का ब्रांडेड पापड़ बन चुका है। लिज्जत पापड़ की यह कहानी पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जमुई व खगडि़या की आजीविका मिशन से जुड़ी दस दीदियों को सुनाया और उन्हें स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि लगन व परिश्रम से तैयार किए गए उनके गुणवत्तापूर्ण उत्पाद की भी ख्याति फैलेगी।

वीडियो कांफ्रेंसिंग कर किया संवाद

वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जीविका दीदियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने उनके स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ने की भी जानकारी ली। सीधा संवाद में प्रधानमंत्री ने खगडि़या की जीविका दीदी अमृता से पूछा कि वे किस संगठन से जुड़ी हुई हैं और अभी क्या कर रही हैं। अमृता ने बताया कि वे दुर्गा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई है। समूह के माध्यम से ऋण लेकर वे खेती-बारी व पशुपालन कर रही हैं।