पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा, राजधानी एक्सप्रेस के घायलों के आते ही तुरंत इलाज में जुट गए थे डॉक्टर्स

PATNA: पीएमसीएच की इमरजेंसी पर उठे सवाल का जवाब दिया पीएमसीएच के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ। सुधांशु सिंह ने। उन्होंने कहा कि जब राजधानी ट्रेन हादसे के घायल पीएमसीएच लाए गए, उस समय जूनियर डॉक्टर्स स्ट्राइक पर थे, लेकिन सभी सीनियर डॉक्टरों को तुरंत इसमें लगाया गया। डॉ। ए.के। अग्रवाल, डॉ। प्रभात, एबी सिंह, राजीव कुमार सिंह जैसे तमाम सीनियर डॉक्टर तुरंत मरीजों के इलाज में लग गए। अब फ्रैक्चर है, तो उसे ठीक होने में समय तो लगेगा ही।

उनका बेहतर इलाज हुआ

राजधानी एक्सप्रेस कांड के बाद जो घायल मरीज आए, वे अपना इलाज कराने शहर के दूसरे हॉस्पीटल चले गए। इसमें दो बात कहना चाहता हूं। पहली यह कि पीएमसीएच में ही उन घायलों का बेहतर इलाज हुआ। यह वह समय था जब जान बचाने का चैलेंज था, बाद में जब मरीजों की स्थिति ठीक हुई, तो उनके परिजन अपनी मर्जी से मरीजों को ले गए। किसी को जबरन रोका भी नहीं जा सकता। दूसरी बात यह कि पीएमसीएच में पटना सहित बिहार भर के प्राइवेट हॉस्पीटलों से मरीज रेफर होकर आते हैं। ऐसे मरीजों की हालत बहुत खराब हो चुकी होती है और उनमें से ज्यादातर को पीएमसीएच ठीक करता रहा है।

पीएमसीएच का आईसीयू बदबूदार या घटिया नहीं है। यहां के आईसीयू में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था है।

डॉ। सुधांशु ंिसंह, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, पीएमसीएच