- प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ बुलंद हुई डॉक्टर्स की आवाज

- पीएमएस की बैठक में व्यक्त किया रोष, बताया विद्वेषपूर्ण कार्रवाई

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- प्रशासनिक कार्रवाई के खिलाफ बुलंद हुई डॉक्टर्स की आवाज

- पीएमएस की बैठक में व्यक्त किया रोष, बताया विद्वेषपूर्ण कार्रवाई

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: अपर आयुक्त प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में डॉक्टरों ने अपनी आवाज बुलंद कर दी है। शुक्रवार को बेली हॉस्पिटल में हुई पीएमएस संघ की बैठक में डॉक्टरों ने कहा कि इलाज करना उनकी प्राथमिकता है न कि रजिस्टरी पर हाजिरी दर्ज करना। इस तथ्य की अनदेखी करते हुए प्रशासन ने एक तरफा कार्रवाई की है। भविष्य में ऐसा हुआ तो वह स्ट्राइक पर जाने को बाध्य होंगे।

इन तथ्यों को किया गया नजरअंदाज

बेली हॉस्पिटल के सभागार में शुक्रवार को हुई पीएमएस संघ की बैठक में डॉक्टरों ने कहा कि डॉक्टरों पर अत्यधिक काम का बोझ है। प्रत्येक डॉक्टर ओपीडी में रोजाना ख्00 से फ्00 मरीज देख रहा है जबकि नियम महज चालीस मरीजों का है। डॉक्टरों को जेल ड्यूटी, इमरजेंसी ड्यूटी, कैंप, मेडिकल बोर्ड आदि कार्यो में भी लगाया जाता है, जिन तथ्यों को निरीक्षण के दौरान अनदेखा कर दिया गया।

डर के चलते नहीं गई स्वाइन फ्लू वार्ड

डॉक्टरों ने निरीक्षण के दौरान महामारी के डर के चलते स्वाइन फ्लू वार्ड में अपर आयुक्त प्रशासन के नहीं जाने का आरोप लगाया है। जो कि अत्यंत खेद और क्षोभ का विषय है। संघ के सचिव डॉ। कमलाकर सिंह ने कहा कि डॉक्टर राउंड ओ क्लॉक ड्यूटी करते हैं। इसलिए उन पर इंडस्ट्रियल लेबर लागू नहीं होता है। अपर आयुक्त द्वारा की गई कार्रवाई विद्वेष और दुर्भाग्यपूर्ण है, जिससे डॉक्टरों की छवि जनता के सामने धूमिल हुई है। अगर भविष्य में इस तरह से एकतरफा कार्रवाई हुई तो डॉक्टर स्ट्राइक पर जा सकते हैं। बता दें कि गुरुवार सुबह अपर आयुक्त प्रशासन ने बेली हॉस्पिटल का सुबह औचक निरीक्षण कर क्9 डॉक्टरों के अनुपस्थित पाए जाने पर एक दिन का वेतन काटने और शोकॉज नोटिस तलब करने के निर्देश जारी किए थे। जिससे डॉक्टरों में रोष व्याप्त है।