मुंबई, दिल्ली की तरह पटना के किचन में भी नहीं दिखेगा सिलेंडर

PATNA : अब पटनाइट्स एलपीजी की बजाय पीएनजी से खाना बना सकेंगे। यह अपेक्षाकृत सस्ता और ज्यादा सुरक्षित कुकिंग गैस होगा। नए साल 2019 के जनवरी माह से पीएनजी कनेक्शन से पीएनजी मिलना शुरू हो जाएगा। यह सुविधा पटना शहरी गैस वितरण योजना के तहत दिया जाएगा। इस योजना के पहले चरण में करीब 1200 घरों में यह सुविधा दी जाएगी। इस सुविधा के तहत घरों में पीएनजी की पाइप लाइन और मीटर लगाया जा चुका है। जिन इलाकों में इसकी पाइप लाइन बिछाई गई है वहां के लोग इसके कनेक्शन के लिए आवेदन कर रहे हैं। यह योजना प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का हिस्सा है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, वेस्ट बंगाल और उड़ीसा के इलाके शामिल हैं। केन्द्र सरकार द्वारा जैसे ही इस योजना को औपचारिक रूप से शुरु करने की अनुमति मिल जाएगी इसका कनेक्शन घरों में चालू कर दिया जाएगा।

इन्हें मिलेगा लाभ

पटनाइट्स के लिए यह पहला मौका होगा जब एलपीजी की बजाय पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) से लोगों को खाना बनाने का मौका मिलेगा। पहले चरण में जलालपुर सिटी, बीआईटी मेसरा, जगदेव पथ के आसपास के करीब 20 अपार्टमेंट और बेली रोड स्थित 96 अपार्टमेंट के लिए पीएनजी की सप्लाई चालू की जाएगी। इस योजना का काम भारत सरकार की कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड को सौंपा गया है। दूसरा फेज मार्च, 2019 से प्रारंभ होगा। इसमें सगुना मोड, गोला रोड और डीआरएम ऑफिस, रेलवे कॉलोनी, गांधी मैदान सहित अन्य इलाके शामिल होंगे। पीएनजी कनेक्शन के लिए अप्लाई करना आसान है। जिन इलाकों में इसका पाइपलाइन बिछी है, केवल उन्हीं रिहाइशी इलाकों के घरों को यह कनेक्शन मिलेगा। अप्लाई के लिए आवेदन फार्म गेल इंडिया लिमिटेड उपल?ध कराएगा। इसके साथ आपको एक वैलिड पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ देना होगा। साथ में 354 रुपए का शुल्क देकर रजिस्ट्रेशन चार्ज भी देना होगा।

डेढ़ साल से चल रहा काम

पटना में पीएनजी पाइपलाइन का काम करीब डेढ़ साल से चल रहा है। जिसमें घर-घर तक पीएनजी पहुंचाने के लिए अंडरग्राउंड पाइप बिछाई गई है। जिन इलाकों में पाइपलाइन बिछाई गई है वहां के आसपास के घरों में आवेदन करने के बाद मीटर भी लगाया जा रहा है। जिस प्रकार बिजली की खपत को बिजली मीटर बताता है वैसे ही गैस मीटर कनेक्शन लेने वाले के घर में लगा होगा। महीने में जितना पीएनजी खर्च होगा उतना ही आपको बिल देना होगा।

लाभान्वित होने वाला तीसरा शहर

यह योजना देश के पूर्वी राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, वेस्ट बंगाल और ओडीसा में चलाया जा रहा है। इसमें इसका पहला पायलट प्रोजेक्ट भुवनेश्वर, ओडीसा में पूरा किया गया था। जबकि कुछ दिनों पहले ही वाराणसी, उत्तर प्रदेश में भी यह शुरू कर लोगों को पीएनजी सप्लाई दी जा रही है। जबकि पटना इस योजना से लाभान्वित होने वाला तीसरा शहर होगा। इसमें बिहार से पटना और गया शहर शामिल हैं।

क्या है पीएनजी की खासियत

गेल इंडिया लिमिटेड के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएनजी की कई खासियत है। यह एलपीजी से करीब 25 फीसदी सस्ता है। यह एलपीजी की तुलना में काफी हल्की है। इसलिए यदि यदि यह लीक करेगा तो एजपीजी की भांति सतह पर न फैलकर हवा में तुरंत विलुप्त हो जाएगा। यह एक प्रकार का प्राकृतिक गैस है जो कि एनवायरमेंट फ्रेंडली है।

मकान मालिक को ही मिलेगा कनेक्शन

क्या पीएनजी कनेक्शन सभी को मिल सकता है। इस सवाल के जबाव में गेल कंपनी के सूत्रों ने बताया कि मकान मालिक को ही कनेक्शन दिया जाएगा। लेकिन किराएदार यदि चाहते हैं कि उन्हें भी कनेक्शन मिले तो इसके लिए मकान मालिक की सहमति मिलनी चाहिए। जो लिखित रूप से मकान मालिक गेल कंपनी को देंगे। फिलहाल पाइप लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा हो गया है। जहां से कनेक्शन लगाने का आवेदन मिला है वहां मीटर भी लगाया जा रहा है।