-सावन के पहले सोमवार कई की कटी जेब, 14 पकड़े भी गए

ALLAHABAD: सावन के पहले सोमवार को जब लोग पूजा-अर्चना में लगे थे तो कुछ उचक्के उनकी जेब साफ कर रहे थे। हजारों रुपए लेकर आए लोग खाली जेब वापस लौटे। सादी वर्दी में तैनात पुलिस वालों के भी हाथ खाली नहीं रहे। पुलिस ने जेब कतरते 14 बदमाशों को रंगे हाथ पकड़ लिया।

हर दो घंटे में पकड़ा एक जेबकतरा

सुबह सबसे अधिक भीड़ मनकामेश्वर मंदिर पर लगी थी तो जेबकतरों को भी यहां सबसे मौके मिले। सुबह से ही यहां जेब कटने का सिलसिला शुरू हो गया था जो शाम तक जारी रहा। इसी मंदिर में सुबह से लेकर शाम तक हर दो घंटे पर एक जेबकतरा पकड़ा गया। सभी को कीडगंज थाने ले जाया गया। मंदिर से सात जेबकतरे पकड़े गए। जेबकतरों में से अधिकांश बिहार और झारखंड के हैं। पुलिस ने देर रात तक लिखापढ़ी नहीं थी।

चेन छीनने की कोशिश भी

मनकामेश्वर मंदिर में भीड़ के बीच धक्का मुक्की का फायदा उठाकर टैगोर टाउन की रेखा के गले से चेन छीनने की कोशिश भी हुई। गले पर दबाव पड़ने पर वह पलटीं तो चार महिलाएं खड़ी थीं। उनका कहना है कि ठीक पीछे से किसी ने चेन छीनने की कोशिश थी। हालांकि उन्होंने रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई।

हर चौराहे पर जाम

सावन का पहला सोमवार नौकरीपेशा लोगों के लिए मुसीबत भरा रहा। हर चौराहे पर सुबह 10 से 12 बजे तक इतना रश रहा कि अधिकांश लोग ऑफिस के लिए लेट हो गए। सबसे अधिक जाम पानी टंकी चौराहा, हाईकोर्ट चौराहा, जानसेनगंज चौराहा, एंग्लो बंगाली चौराहा, हनुमान मंदिर चौराहा, मेयोहाल, ट्रैफिक चौराहा, लोक सेवा आयोग चौराहा, मनमोहन पार्क, कटरा चौराहा, सोहबतियाबाग, बैरहना चौराहा, रामबाग रेलवे क्रासिंग, मेडिकल कॉलेज चौराहे, बाई का बाग में लगा। स्कूलों की छुट्टी होने के बाद हालात और बदतर हो गए।

कार का शीशा तोड़कर उड़ाया बैग

मीरापुर के शलाज तिवारी रविवार रात बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन करने गए थे। उन्होंने मंदिर के पास ही करनी कार पार्क की थी। जब वे लौटे तो कार का शीशा टूटा हुआ था और उसमें रखा बैग गायब था। बैग में 7000 रुपए, दो मोबाइल फोन और कई जरूरी पेपर्स थे।

इनकी कटी जेब

-अल्लापुर के रहने वाले दवा कारोबारी प्रांजुल कुमार अपनी पत्‌नी के साथ मनकामेश्वर मंदिर जल चढ़ाने गए थे। वह लाइन में लगे थे कि किसी ने उनकी जेब साफ कर दी। जेब कटने का पता उनको तब चला जब वह अपने कार के पास पहुंचे। पर्स में एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड के अलावा 900 रुपए थे।

-राजरूपपुर के ही रामकुमार कुशवाहा की भी जेब मनकामेश्वर मंदिर पर कट गई। रामकुमार के साथ उनका पूरा परिवार मौजूद था। सभी एक साथ लाइन में लगे थे और साथ ही लौटे, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी कि जेबकतरों ने कब हाथ साफ कर दिया। उनकी जेब को ब्लेड से काटा गया था। पर्स में 4000 रुपए थे।

-नागवासुकी मंदिर में मटियारा रोड के रहने वाले अनिल श्रीवास्तव जल चढ़ाने गए थे। उन्होंने जेबकतरों के डर से पर्स को पैंट की अगली जेब में रखा था। वह निश्चिंत थे लेकिन जब लौटे तो पता चला उचक्के उनसे एक कदम आगे निकले। उनकी अगली जेब से ही ब्लेड मारकर पर्स निकाल लिय गया गया था। पर्स में 1900 रुपए थे।