- चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में शुरू हुआ पीओसीटी सेंटर

- अब जांच के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे एसआरएन या मेडिकल कॉलेज के चक्कर

- डीजीएमई ने निरीक्षण कर लिया जायजा

<- चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में शुरू हुआ पीओसीटी सेंटर

- अब जांच के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे एसआरएन या मेडिकल कॉलेज के चक्कर

- डीजीएमई ने निरीक्षण कर लिया जायजा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भर्ती मासूमों के परिजनों के लिए यह राहत भरी खबर है। अब उन्हें सैंपल की जांच कराने के लिए एमएलएन मेडिकल कॉलेज या एसआरएन हॉस्पिटल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। हॉस्पिटल कैंपस में ही पीपीपी मॉडल के तहत पीओसीटी सेंटर शुरू हो गया है। इसके जरिए सभी जांच रिपोर्ट ऑन द स्पॉट ही मिल जाएंगी। शनिवार को डीजीएमई <चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भर्ती मासूमों के परिजनों के लिए यह राहत भरी खबर है। अब उन्हें सैंपल की जांच कराने के लिए एमएलएन मेडिकल कॉलेज या एसआरएन हॉस्पिटल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। हॉस्पिटल कैंपस में ही पीपीपी मॉडल के तहत पीओसीटी सेंटर शुरू हो गया है। इसके जरिए सभी जांच रिपोर्ट ऑन द स्पॉट ही मिल जाएंगी। शनिवार को डीजीएमई ((डायरेक्ट जनरल मेडिकल एजूकेशन<डायरेक्ट जनरल मेडिकल एजूकेशन) ) ने सेंटर का इंस्पेक्शन कर जरूरी दिशा-निदेश भी दिए।

अभी तक लगानी पड़ती थी दौड़

पीपीपी मॉडल के तहत गोरखपुर के बाद प्रदेश के तीन शहरों मेरठ, झांसी और इलाहाबाद में भी पीओसीटी सेंटर शुरू किया गया है। इसके चलते मरीजों के ब्लड और दूसरे सैंपल्स को यह सेंटर जांच के लिए खुद कलेक्ट करेगा। बाद में इनकी जांच भी कराकर रिपोर्ट परिजनों को सौंपेगा। जबकि, इसके पहले परिजनों को सैंपल लेकर मेडिकल कॉलेज या एसआरएन हॉस्पिटल की पैथोलॉजी लैब के चक्कर काटने पड़ते थे। कई बार तो बच्चों को लेकर भी जाना पड़ता था लेकिन अब इससे राहत मिल जाएगी। पीपीपी मॉडल के तहत चार्जेस जरूर थोड़े बढ़ जाएंगे। इसके बदले में परिजनों को जांच रिपोर्ट पहले से ज्यादा जल्दी मिल जाएगी।

डीजीएमई ने लिया जायजा

शनिवार से शुरू हुए सेंटर का जायजा लेने खुद डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता चिल्ड्रेन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां पर उन्होंने जल्द ही अन्य दूसरी सुविधाएं शुरू किए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी दूर की जाएगी। इसके लिए नई पोस्ट सैंग्शन कर उनकी भर्ती का प्रॉसेस शुरू किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने रैन बसेरे के जीर्णोद्धार के लिए मौके पर ही डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा की। हॉस्पिटल के एचओडी डॉ। डीके सिंह द्वारा कैंपस की सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की गई। हालांकि इस दौरान डीजीएमई ने हॉस्पिटल की साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर पूछताछ भी की।