नववर्ष पर कवि सम्मेलन का आयोजन

Parikshitgarh : नगर के मां कात्यायनी देवी मंदिर परिसर में नववर्ष पर आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने एक से एक बढ़कर काव्यपाठ कर खूब वाहवाही लूटी।

कपिल यादव ने कहा कि माखन की जगह हर घर में शराब है, कलियुगी गोपियां तो बड़ी खराब हैं। कवि शिखा शर्मा ने कहा कि राजा परीक्षित की पावन नगरी, श्रंगऋषि आश्रम है, न्यारा कात्यायनी माता का वरदान, सदैव खुश रहे परीक्षितगढ़ हमारा।

रविदास गौतम ने कहा कि इस देश की किस्मत का इतना सा फसाना है, भूखों की हथेली पर अब मौत का दाना है। संसद की हवेली में रोटी पर बात क्या हो, अब देश का हर नेता कुर्सी का दिवाना है।

पूर्व प्रधानाचार्य पदमसेन मित्तल ने सुनाया कि परिश्रम सफलता की कुंजी है। परिश्रम किया करो, दुख भले हो, जीवन को हंस कर जिया करो। संचालन करते हुए कवि ओमकार रघुवंशी ने गरीब व अमीर के बीच बढ़ते अंतर को अपनी रचना में उकेरा।

अध्यक्ष विष्णु अवतार ने आभार व्यक्त किया। श्याम सिंह महलवार, तेजस्वनी शर्मा, मनोज शर्मा, धर्मवीर सिंह आदि कवियों ने भी अपनी कविताओं से श्रोताओं की वाहवाही लूटी।