-डीजीपी ने सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को जारी किया आदेश

-पुलिस आचरण 2015 पुस्तिका पढ़कर पुलिसकर्मी सुधारेंगे आचरण

<-डीजीपी ने सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को जारी किया आदेश

-पुलिस आचरण ख्0क्भ् पुस्तिका पढ़कर पुलिसकर्मी सुधारेंगे आचरण

BAREILLY: BAREILLY: पुलिस के बिहेवियर में कई प्रयासों के बावजूद भी सुधार नहीं आ रहा है। थानों में पब्लिक की सुनवाई न करना, थाने से भगा देने की शिकायतें रोजाना पुलिस अधिकारियों से फरियादी करते हैं। एक बार फिर से पुलिसकर्मियों के बिहेवियर में सुधार के लिए आचरण का पाठ पढ़ाया जाएगा। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के बिहेवियर में सुधार के लिए पुलिस आचरण ख्0क्भ् पुस्तिका पढ़ने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को पुस्तिका की कापियां प्रिंट कराकर सभी थानों में वितरित करने के आदेश दिए हैं। डिस्ट्रिक्ट के थानों में पब्लिक से बिहेवियर के संबंध में बोर्ड भी लगाए जाएं।

भ्0 परसेंट शिकायतें पुलिस के खिलाफ

अक्सर देखने में आता है कि एसएसपी ऑफिस में आने वाली 70 परसेंट शिकायतें पुरानी होती हैं। इनमें भी भ्0 परसेंट में पब्लिक थाना पुलिस की शिकायत करती है। कोई शिकायत करता है कि वह थाने गए थे लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। यही नहीं कोई कहता है कि थाने से उन्हें डरा धमकाकर भगा दिया गया। कई बार पुलिसकर्मियों पर गलत भाषा में बोलने के आरोप भी लगते हैं। दो दिन पहले भमौरा थाना से फतेहपुर सराय गांव के डालचंद के साथ भी ऐसा हुआ था। उन्हें रिपोर्ट लिखाने पर एसआई ने दौड़कर दिखाने के लिए कहा था, जबकि उसके पैर में चोट लगी हुई थी।

पुस्तिका थानों में की जाएंगी वितरित

पुलिस में निचले स्तर के पुलिसकर्मियों के बिहेवियर में सुधार होना चाहिए। इसके लिए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। पुलिस आचरण के संबंध में पुलिस आचरण ख्0क्भ् पुस्तिका वितरित की गई थी। इसके अलावा पुलिस प्रशिक्षण के सिद्धांत पम्पलेट बांटे गए थे। इन दोनों के बारे में पुलिसकर्मियों को बताया जाए और उन्हें पब्लिक से अच्छा बिहेवियर रखने के लिए ट्रेनिंग दी जाए। पुलिस आचरण पुस्तिका के प्रिंट कराकर थानों में बांटी जाए, जिससे पुलिसकर्मी इसे पढ़कर बिहेवियर के बारे में सीख सकें।

दो फेज में ट्रेनिंग कराने का निर्देश

डिस्ट्रिक्ट में राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों व कर्मचारियों की ट्रेनिंग दो फेज में करायी जाए। फ‌र्स्ट फेज में डिप्टी एसपी, इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग की जाए और सेकेंड फेज में हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को ट्रेनिंग दी जाए। स्थानीय विशेषज्ञों की मदद से भी पुलिसकर्मियों को आचरण में सुधार के बारे में बताया जाए। डिस्ट्रिक्ट में समय-समय पर पुलिसकर्मियों की सिविल इमरजेंसी रिजर्व करायी जाए। इसमें भी आचरण में सुधार के बारे में बताया जाए।