DEHRADUN: पुलिस और 108 इमरजेंसी सर्विस की लापरवाही के कारण मंडे को एक युवक बेसुध सड़क किनारे तड़तपा रहा. कई बार फोन करने के बाद भी न तो मौके पर एंबुलेंस पहुंची और न ही कोई पुलिसकर्मी. बाद में राहगीरों ने खुद ही ई-रिक्शे की मदद से युवक को दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया. जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. इससे यह तो साफ है कि दून में 108 इमरजेंसी सर्विस के हालात ठीक नहीं है और पुलिस अपनी जिम्मेदारी के प्रति ईमानदार नहीं है.

सभी एंबुलेंस व्यस्त बताई

मामला परेड ग्राउंड के पास कनक चौक का है. जहां मंडे दोपहर करीब दो बजे एक युवक बेहोशी की हालत में सड़क किनारे पड़ा हुआ था. इस बीच कुछ राहगीरों की उस पर नजर गई तो उन्होंने तुरंत 108 इमरजेंसी सर्विस को फोन किया गया. पहले तो दो बार फोन नहीं मिला, जब फोन मिला तो सर्विस सेंटर से सभी एंबुलेंस व्यस्त होने की बात कही. इसके साथ ही कहा गया कि वे पास में मौजूद पुलिस चौकी को इसकी जानकारी दे रहे. पुलिस मौके पर पहुंचकर घायल को अस्पताल पहुंचाएगी.

पुलिस भी नहीं पहुंची

करीब बीस मिनट तक इंतजार करने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची और घायल सड़क किनारे ही तड़पता रहा. इस बीच पास में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचा तो उसे युवक को अस्पताल पहुंचाने के लिए कहा गया. पुलिसकर्मी ने अपनी ड्यूटी उस एरिया में न होने का हवाला देते हुए हाथ झाड़ लिये. इस बीच युवक की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो वहां मौजूद लोगों ने ई-रिक्शा करके उसे दून अस्पताल पहुंचाया और का इलाज शुरू करवाया. डॉक्टर्स ने युवक की हालत को गंभीर बताया है. युवक की हाथ पर मनोज नाम गुदा हुआ है.