-सर्विलांस की मदद से पुलिस ने बाइकसवार बदमाशों को दबोचा

-लेनदेन के विवाद में बिजनेस पार्टनर ने दी थी हत्या की सुपारी

LUCKNOW: सुपारी लेकर एक होटल व्यवसायी की हत्या की फिराक में आए दो बदमाशों को संडे दोपहर अलीगंज पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से कंट्रीमेड पिस्टल और कारतूस भी बरामद किए है। पुलिस मामले में फरार चल रहे एक बदमाश की तलाश कर रही है। पकड़े गए आरोपियों पर हत्या और ऑटो लिफ्टिंग के मामले भी दर्ज है। पुलिस उनका अपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

बिजनेस पार्टनर ने दी थी हत्या की सुपारी

एसपी ट्रांसगोमती दिनेश यादव के मुताबिक, अलीगंजके सेक्टर-के निवासी वीरेंद्र दुबे का वाराणसी के लहुराबीर में न्यू इंटरनेशनल नाम से होटल है। होटल के अलावा वे रेलवे में सुल्तानपुर बिल्डर्स एंड सप्लायर्स नामक फर्म के जरिए ठेकेदारी भी करते हैं। इस फर्म में वीरेंद्र डायरेक्टर हैं। उनके अलावा फर्म में सुल्तानपुर निवासी चिंतामणि भी डायरेक्टर है। वीरेंद्र ने बताया कि चिंतामणि से उनका फ्ख् लाख रुपए के लेन-देन का विवाद चल रहा है। बीते दिनों उन्हें जानकारी मिली कि चिंतामणि ने उनकी हत्या के लिए तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को ख्.भ्0 लाख रुपए की सुपारी दी है। जानकारी मिलने पर वीरेंद्र ने अलीगंज पुलिस से इसकी शिकायत की।

सर्विलांस की मदद से किया अरेस्ट

वीरेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने चिंतामणि से बात करने वाले तीन अपराधियों को राडार पर ले लिया और उनकी लगातार निगरानी शुरू कर दी। एसपी यादव ने बताया कि संडे दोपहर सर्विलांस की मदद से जानकारी मिली कि बदमाश अलीगंज स्थित सेंट्रल स्कूल के पास मौजूद हैं। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर ली। इसी दौरान एक बाइक पर सवार होकर जा रहे तीन युवकों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया।

पुलिस को देखते ही कर दी फायरिंग

पुलिस को देखते ही दो बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया। पर, उनका निशाना चूक गया और घेराबंदी किये खड़े पुलिसकर्मियों ने दोनों बदमाशों को दबोच लिया। इस दौरान बाइक पर सवार उनका तीसरा साथी मौके से फरार हो गया। पकड़े गए बदमाशों की शिनाख्त सुलतानपुर निवासी इरफान और शादाब के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्त मे आया इरफान हत्या के मामले में सुल्तानपुर से जेल जा चुका है जबकि, शादाब अमेठी व जगदीशपुर से ऑटो लिफ्टिंग के मामले में अरेस्ट हो चुका है।

भाई के नाम पर करता था वसूली

भुक्तभोगी वीरेंद्र दुबे ने बताया कि उनके बिजनेस पार्टनर चिंतामणि का भाई देवमणि दिल्ली में आइआरटीएस ऑफिसर है। चिंतामणि भाई के नाम पर रेलवे में बड़े ठेके दिलाने के नाम पर तमाम लोगों से रकम वसूलता था। वीरेंद्र के मुताबिक, उनके अलावा भी चिंतामणि ने कई लोगों से ठेका दिलाने के नाम पर मोटी रकम ऐंठ रखी है। हालांकि, उसकी दबंगई के कारण कोई भी उसके सामने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाता। एसपी दिनेश यादव ने बताया कि चिंतामणि के गोरखधंधे की जांच के लिये पुलिस टीमों को सुल्तानपुर व दिल्ली रवाना किया गया है।