-भाषण से लेकर बिगड़े बोल
पर रहेगा पहरा
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PATNA: नेताओं की हर चौपाल अब खुफिया रडार पर होगी. वह चुनाव मैदान में क्या बोल रहे हैं इसकी पूरी पड़ताल की जाएगी. आचार संहिता का उल्लंघन होते ही
सूचना चुनाव आयोग तक पहुंच जाएगी जिसके बाद नेता जी की मुश्किल बढ़ जाएगी. पहले के चुनाव में जिस तरह से आचार संहिता उल्लंघन के मामले सामने आए हैं उसे देखते हुए पटना से लेकर पूरे प्रदेश में खुफिया मॉनिटरिंग तेज कर दी गई है.
पुलिस को किया गया अलर्ट
चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला काफी गंभीरता से लिया जाता है. इसे लेकर हर स्तर पर मॉनिटरिंग होती है. लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद बिहार पुलिस ने मॉनिटरिंग की विशेष तैयारी की है. खुफिया तौर पर लोगों को लगाया जा रहा है. इसमें पुलिस के साथ-साथ अन्य विभागों के अफसर भी शामिल हैं.
सबूत हाथ में लेकर होगी कार्रवाई
पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह कोई भी मामला सामने आने पर पहले उससे संबंधित अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा करेगी फिर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस हेडक्वार्टर से जुड़े अफसरों की मानें तो अक्सर ऐसे मामलों में नेता पुलिस या अन्य अफसरों पर अरोप लग जाता है. ऐसे आरोपों से बचने को लेकर ही पुलिस हेडक्वार्टर ने व्यवस्था बनाई है कि हर मामले की अधिक से अधिक साक्ष्य इकट्ठा किया जाए. पुलिस हेडक्वार्टर से सुरक्षा तंत्र को लेकर विशेष अलर्ट है और इसके लिए हर जिले के पुलिस अफसरों को निर्देश दे दिया गया है.
हर नेता की होगी मॉनिटरिंग
-चुनाव में एक-एक नेता की मॉनिटरिंग होगी.
-हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी.
-खुफिया निगरानी के साथ-साथ शिकायत पर सूचना भी दी जाएगी.
-सभा और चौपाल की हर जानकारी एरिया की पुलिस के हाथ होगी.
-पुलिस के सामने कोई मामला आया तो वह तत्काल उसे अफसरों को बताएगी.
चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पुलिस अफसरों को खुफिया तौर पर मॉनिटरिंग का निर्देश दिया गया है.
-गुपतेश्वर पांडेय, डीजीपी, बिहार