RANCHI: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी व पुलिस के बीच सोमवार की सुबह से लातेहार जिले के बूढ़ा पहाड़ इलाके में मुठभेड़ हो रही है। रुक-रुक कर हो रही गोलीबारी में दो जवान घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया है। पुलिस के अनुसार, गोलीबारी में कई नक्सली भी जख्मी हुए हैं। अब तक किसी का शव बरामद नहीं हुआ है। अभियान की मानिट¨रग लातेहार एसपी अनूप बिरथरे खुद कर रहे हैं।

ब् दिन से अभियान

इलाके में गत चार दिनों से पुलिस की ओर से एंटी नक्सल अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे बुढ़ा पहाड़ को घेर कर सुरक्षाबल के जवान इलाके में सर्च अभियान चला रहे थे। तभी पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया। खबर लिखे जाने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी थी।

अरविंद दस्ता के होने की सूचना

सूत्रों की मानें पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादियों के शीर्षस्थ नेता अर¨वद जी अपने दस्ते के साथ बुढ़ा पहाड़ के जंगलों में कैंप किए हुए हैं। इसी सूचना के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों ने इलाके में एंटी नक्सल आपरेशन शुरू कराया। पुलिस को अभी तक कोई ठोस सफलता हासिल नहीं हुई है।

पहले भी अरविंद दे चुका है चकमा

गौरतलब है कि दो माह पूर्व भी पुलिस के साथ बुढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी, इस दौरान पुलिस को चकमा देकर अर¨वद जी निकल गए थे। बाद में पुलिस ने जंगलों के बीच नक्सलियों के कई कैंप ध्वस्त कर नक्सलियों का सामान बरामद किया था।

शिफ्ट वाइज जवानों की ड्यूटी

चार दिनों से इलाके में चल रहे एंटी नक्सल आपरेशन में झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ, लातेहार जिला पुलिस बल व कोबरा के जवान बड़ी संख्या में शामिल हैं। पुलिस जवानों को अभियान में शिफ्ट वाइज ड्यूटी कराई जा रही है। हर क्0-क्ख् घंटे के बाद अभियान के जवानों को बदला जा रहा है, ताकि उन पर थकान हावी न हो।

पुलिस नीचे, नक्सली पहाड़ पर

बुढ़ा पहाड़ काफी दुर्गम है। सीधी चढ़ाई और वनों के बीच से पहाड़ी पर चढ़ना आसान नहीं है। चूंकि नक्सली पहाड़ी पर हैं और पुलिस को नीचे से पहाड़ी पर पहुंचना है, इसलिए पूरी सतर्कता के साथ सुरक्षाबल के जवान अभियान चला रहे हैं। वहीं, गोलीबारी की आवाज से आसपास के ग्रामीण इलाकों में दहशत है। चार दिनों से जलावन के लिए सूखी लकड़ी लाने महिलाएं जंगल नहीं जा पा रही हैं, वहीं पशुओं को भी चरने के लिए जंगल नहीं भेजा जा रहा है।

माओवादियों का बूढ़ा पहाड़ में जमा होने की सूचना मिली थी। हमने नक्सलियों को खदेड़ने के लिए अभियान चालाया है। इस अभियान के क्रम में बूढ़ापहाड़ पर माओवादी के साथ हमारी मुठभेड़ हुई, जो अभी भी चल रही है। दोनों ही ओर से अब तक पांच- पांच सौ राउंड गोलियां चलने की रिपोर्ट मिली है। इस मुठभेड़ में हमारा एक जवान घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए हेलीकाप्टर से रांची भेज दिया गया है। मुठभेड़ समाप्त होने के बाद सर्च अभियान चलेगा, इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

अखिलेश झा, डीआईजी, पलामू

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