50 लाख आजादी की कीमत लगाई थी

फहम को छोड़ने के लिए मांगे थी 50 लाख की फिरौती

दो तमंचे, कारतूस, वारदात में इस्तेमाल बाइक भी बरामद

BAREILLY: फहम लान के मालिक के बेटे फहम को पुलिस ने ख्ब् घंटे के अंदर ही बरामद कर लिया। किडनेपर्स ने पुलिस को गुमराह करने और बचने के लिए पूरी प्लानिंग की। फर्जी आईडी पर सिम और मोबाइल का यूज किया, बार-बार फिरौती की रकम लेने के लिए जगह भी चेंज की लेकिन सर्विलांस जाल में फंस गए। सर्विलांस की हेल्प से पुलिस ने फहम को सकुशल बरामद करने के साथ-साथ दोनों किडनैपर्स को अरेस्ट कर लिया। किडनेपिंग में इस्तेमाल बाइक और फिरौती के लिए ले जायी गई रकम भी सेफ कर ली। आइए बताते हैं कि किडनेपिंग और पुलिस की सर्विलांस के जाल में फंसे किडनेपर्स की पूरी कहानी।

कोचिंग से फोन करके बुलाया

मोहम्मद आरिफ सिमना मंजिल, मकान नंबर क्क्म् बुखारपुरा, ओल्ड सिटी में रहते हैं। आरिफ के तीन बेटे फाईक, फहम और फारिक है.फहम बिशप कोनार्ड स्कूल में क्ख्वीं क्लास में पढ़ता है। वह विजिटिंग क्लासेस कोचिंग में भी शाम के वक्त पढ़ने जाता है। फहम ने बताया कि हमेशा कि तरह वह कोचिंग गया था। कोचिंग से निकलने के बाद शाम करीब सवा पांच बजे इमरान नाम के शख्स ने फोन किया और उसे फहम लान के पास मिलने को बुलाया। वहां पर कांकर टोला पुराना शहर निवासी इमरान यानी मुशीर पहले से खड़ा था। मुशीर उसकी स्कूटी पर पीछे बैठ गया और उसे फाईक इंक्लेव में मकान में ले गया। यहां पर उसे धक्का देकर अंदर कर दिया। रोहली टोला बारादरी निवासी अली बख्तर पहले से ही वहां मौजूद था। इसके बाद उसके हाथ रस्सी से बांध दिए।

फहम के मोबाइल से ही पिता को फोन

किडनैपर्स ने सबसे पहला फोन फहम के ही मोबाइल से उसके पिता आरिफ को शाम करीब म् बजकर भ्ब् मिनट पर किया। इसके कुछ देर बाद फहम की मां आसफा को फहम के मोबाइल से काल की गई और फहम को अपहरण करने की बात कही गई.एक बार फिर नौ बजे किडनैपर्स ने घर पहुंचने के बारे में पूछा। फिर करीब दस बजे पचास लाख रुपये इंतजाम करने के लिए कहा और धमकी दी कि पैसे दोगे तो बेटा जिंदा वापस मिल जाएगा। इस पर उन्होंने जानकारी एसपी सिटी को दी लेकिन उसके बाद से फोन बंद हो गया।

पैसों का इंतजाम हुआ कि नहीं

थर्सडे सुबह म् बजे किडनैपर्स ने आरिफ के मोबाइल पर फोन किया और पैसों के बारे में पूछा। आरिफ ने दिन होने पर पैसों का इंतजाम होने की बात कही। उन्होंने ब्0 लाख रुपर्या का इंतजाम भी कर लिया। किडनैपर्स के बताए आधार पर आरिफ और पुलिस लगी रही और थर्सडे शाम करीब साढ़े तीन बजे पुलिस ने फहम को बरामद कर बदमाशों को को गिरफ्तार कर लिया।

विरोध पर दांतों से काटा

बदमाशों ने फहम को बांधना चाहा तो उसके साथ मारपीट की। फहम ने उनका तमंचा भी छीन लिया और अली बख्तर के काट लिया। इस पर अली बख्तर ने उसके पेट में दो जगह दांत से काट लिया। फहम ने बताया कि रात में अख्तर नाम का शख्स उसके लिए कबाब रोल लेकर गए थे लेकिन उसने नहीं खाया और सिर्फ पानी पीकर ही लेट गया। उसे नशीला पदार्थ पिलाकर भी बेहोश करने की कोशिश की गई।

गुमराह करने के लिए खड़ी की स्कूटी

पुलिस पूछताछ में मुशीर ने बताया कि उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए स्कूटी रामगंगा आवास विकास कॉलोनी चौकी के अंतर्गत बिचपुरी में ईख के खेत के किनारे स्कूटी खड़ी की थी। इससे पुलिस को लगे कि फहम को खेत में ले जाया गया। हुआ भी यही पुलिस ने रात में आसपास के ईख के कई खेत छान मारे।

फर्जी आईडी से ख्ारीदा सिम

मुशीर ने पुलिस से बचने के लिए फेक आईडी से सिम खरीदा था। सिम बारादरी के ही रहने वाले इमरान की मोबाइल शॉप से लिया गया था। यह सिम क्क् सितंबर को ही एक्टिव हुआ था। इमरान भी काफी शातिर निकला। उसने सिम को जफर के पुराने मोबाइल में एक्टिवेट किया था जिससे अगर पुलिस पकड़े भी तो शक जफर भी जाए। पुलिस ने इमरान और जफर को भी पकड़ लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

ताला तोड़ किया था खंडहर मकान में कब्जा

मुशीर ने बताया कि उसने खंडहर मकान पर ताला तोड़कर कब्जा किया था। यहां पर ताला लगा दिया था। इस मकान मे पहले बिल्ला, मंटूरी और इतवारी की टाल थी। मुशीर इससे पहले फाइक इंक्लेव में ही रहने वाले हाजी अब्दुल वहीद की कनेक्शनरी में काम कर चुका था। इसलिए मुशीर फहम के पिता आरिफ और इस मकान में बारे में भी अच्छी तरह से जानता था।

इंडिका कार खरीदता िफरौती से

पुलिस पूछताछ में मुशीर ने बताया कि उसके दो भाई हैं जिनमें एक मुंबई और एक बरेली में जरी का काम करते हैं। वह दिल्ली में टैक्सी चलाता है। टैक्सी का एक्सीडेंट हो चुका है। वह नई टैक्सी खरीदना चाहता था। इसीलिए उसने किडनेपिंग की प्लानिंग की।

ऐसे फंसे जाल में

किडनेपर प्रोफेशनल नहीं थे लेकिन सारी चालें प्रोफेशनल तरीके से चल रहे थे। इसलिए पुलिस को इन्हें पकड़ना आसान नहीं था। रात में सफलता ना मिलने पर पुलिस काफी परेशान हो गई थी। थर्सडे सुबह 7 बजे ही एसएसपी ने अपने आवास पर एसपी सिटी और सर्विलांस टीम की मीटिंग की थी।

लिसनिंग पर लगाए नंबर

सर्विलांस टीम ने सबसे पहले फहम और उसके पिता और मां का फोन सर्विलांस पर लगाया। उसके बाद फहम के मोबाइल पर आए नंबर को भी सर्विलांस पर लगा दिया। इस काम में एसटीएफ के सर्विलांस की भी हेल्प ली गई। सर्विलांस से सभी नंबरों की लिसनिंग भी की जा रही थी कि किडनेपर क्या बात कर रहे हैं। सर्विलांस की हेल्प से लोकेशन ट्रेस होती जा रही थी। जब पुलिस को लगा कि किडनेपर बारादरी एरिया में ही हैं तो एसपी सिटी ने सीओ थर्ड को कहकर बारादरी थाना के इर्द-गिर्द क्भ् प्वाइंट पर पुलिसकर्मियों की टीम लगा दी।

फिरौती की रकम फाइनल करने में उझलाते रहे

सर्विलांस टीम के कहे अनुसार ही पुलिस किडनैपर्स को गुमराह करने में लगी थी। बदमाशों ने भ्0 लाख रुपये की डिमांड की थी। हर बार फोन करने पर रकम कम कराने की बात चलती रही। आरिफ ने भी क्0 लाख रुपये तक देने की शुरुआत की और बाद में ब्0 लाख रुपये में डील फाइनल हुई। इसमें भी काफी वक्त लगा जिससे सर्विलांस टीम लोकेशन के और नजदीक पहुंचती गई।

बार-बार बदलते रहे लोकेशन

किडनैपर्स काफी शातिर थे, इसलिए उन्होनें सबसे पहले आरिफ को फोन करके कहा था कि वो पैसे लेकर सफेद रंग की पुरानी बैगन आर कार में ही आएं। पहले थर्सडे दोपहर क् बजकर ख्0 मिनट पर मिलने का टाइम दिया। सबसे पहले एसबीआई के एटीएम के पास मिलने के लिए बुलाया। कुछ देर बाद उन्होंने बसपा के कार्यालय के पास मिलने के लिए कहा। एक बार फिर से तुलसी ग्राउंड में भी बुलाया। यहां पर करीब एक घंटा पुलिस वेट करती रही। फिर लास्ट में किडनैपर्स ने सुरेश शर्मा नगर स्थित रीजनल कॉलेज के पास बुलाया और यहीं पर पकड़ में आ गए।

बता दें कि किडनेपर्स ने वारदात को अंजाम देने के लिए पुरानी बाइक का इस्तेमाल किया। इस बाइक का हुलिया भी काफी अलग है।

निभाया डबल रोल

मुशीर काफी शातिर निकला। उसने इमरान की मोबाइल शॉप से फर्जी सिम लिया था। उसने इसमें इमरान के नाम का ही इस्तेमाल किया और फहम से इमरान नाम से ही मिला और फोन पर भी इमरान नाम से बात की जिससे उसका असली नाम कोई जान ना सके।

डीआईजी ने दिया ख्भ् हजार का इनाम

रामपुर गार्डन डकैती के बाद सबसे बड़े अपहरण से बरेली पुलिस काफी परेशान हो गई थी लेकिन पुलिस ने फहम को सकुशल बरामद कर लिया। केस को आईजी व डीआईजी भी मानिटर कर रहे थे। इसीलिए डीआईजी ने तुरंत टीम को ख्भ् हजार रुपये के इनाम की घोषणा कर दी।

कोट

पचास लाख की फिरौती मांगी गई थी। फहम को सकुशल बरामद कर लिया गया है। दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी की तलाश जारी है। किडनैपिंग के पीछे की स्टोरी भी चेक की जा रही है।

जे रविंद्र गौड, एसएसपी बरेली