छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : दुमका जेल में होने के बावजूद शहर के गैंगस्टर अखिलेश सिंह की धमक और उसके नाम का खौफ कारोबारियों में बरकरार है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मानगो के एक व्यवसायी से फोन पर संपर्क कर परसुडीह मकदमपुर निवासी चीकू उर्फ मो। अख्तर ने खुद को अखिलेश सिंह बताते हुए उनसे बतौर रंगदारी में 70 हजार रुपये, सोफा सेट, सेंटर टेबुल, ब्रांडेड कंपनी का मोबाइल ले लिया। थाने तक शिकायत पहुंचने के बाद पुलिस ने मो। अख्तर को गिरफ्तार कर लिया। रंगदारी की राशि छोड़ सभी सामान पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर बरामद कर लिया है। पुलिस को आरोपित के दो सहयोगी मकदमपुर निवासी जमशेद और जाहिद उर्फ राजू की तलाश जारी है।

यह है मामला

सिटी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि आजादनगर के एक व्यवसायी से 26 अप्रैल से 1 मई तक अलग-अलग मोबाइल नंबरों से संपर्क कर अपराधी अखिलेश सिंह बताते हुए रंगदारी में पांच लाख रुपये की मांग की जा रही थी। परेशान होकर व्यवसायी ने 26 अप्रैल को 70 हजार रुपये नया कोर्ट के सामने ठेला लगाने वाले को कथित अखिलेश सिंह को देने को दे दिया। दोबारा 27 अप्रैल को व्यवसायी से पलंग, सोफा सेट, फ्रिज और 20 हजार रुपये की मांग की गई तो व्यवसायी ने खौफ में ¨हदुस्तान फर्नीचर से करीब 47 हजार मूल्य का फर्नीचर और 20 हजार रुपये बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी के पास भिजवा दिया।

स्क्रैप कारोबारी मो। अली की हत्या में आरोपित रहा है चीकू

जुगसलाई निवासी स्क्रैप कारोबारी मो। अली की हत्या में चीकू उर्फ मो। अख्तर आरोपित रहा है। उसके खिलाफ और भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। पूर्व में वह झामुमो से जुड़ा हुआ था। इधर,चीकू ने कहा कि दोस्तों के साथ खाने-पीने के दौरान रंगदारी मांगे जाने की बात उठी। उसने व्यवसायी को फोन कर संपर्क किया। खुद को अखिलेश सिंह बताते हुए रंगदारी मांगी। व्यवसायी ने रंगदारी दे भी दी।