छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र के कासियाबेड़ा से पुलिस टीम ने शुक्रवार की सुबह मुठभेड़ के बाद चुन्नू पाडै़या, माधो लोहार और सागेन मांझी को लूट की योजना बनाते गिरफ्तार किया है। इनके पास से चार मोबाइल फोन, दो देसी पिस्तौल, दो खोखा, चार कारतूस और एक मोटरसाइकिल की भी बरामदगी की गई है।

कई वारदातों में था वांटेड

चुन्नू पाडै़या पर 50 हजार रुपये का इनाम था। वह डुमरिया के सिरकाडीह बोमिरोटोला का निवासी है। माधो लोहार डुमरिया और सागेन मुसाबनी के पारुलिया का है। एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने शुक्रवार को बताया कि चुन्नू पाड़ैया लूट, डकैती समेत कई आपराधिक मामलों का आरोपी है।

नक्सलियों से कनेक्शन का शक

पुलिस को शक है कि इनका जुड़ाव नक्सलियों से हो सकता है। इनकी जिस क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई, वह नक्सली कमांडर कान्हू मुंडा के गांव से कुछ ही दूरी पर है। बदमाशों के गिरोह की गिरफ्तारी में एएसपी अभियान, घाटशिला एसडीपीओ संजीव कुमार बेसरा, धालभूमगढ़ प्रभारी मुकेश चौधरी, गुड़ाबांदा थाना प्रभारी कुलदीप कुमार और श्यामसुंदरपुर प्रभारी जगन्नाथ धान की भूमिका अहम रही।

अपराधी बन लुटेरों को पुलिस ने पकड़ा

चुन्नू पाडै़या व उसके तीन सहयोगियों की गिरफ्तारी फिल्मी अंदाज में हुई। धालभूमगढ़ थाना प्रभारी मुकेश चौधरी पन्ना कारोबारी बने। गुड़ाबांदा प्रभारी कुलदीप कुमार, श्यामसुंदरपुर प्रभारी जग्रनाथ धान और अन्य पुलिस अधिकारी लुटेरा बने। चुन्नू पाडै़या के सहयोगी सागेन मांझी से एक पुलिस अधिकारी ने संपर्क साधते हुए कहा, पन्ना कारोबारी के पास 20 लाख रुपये हैं। वह पन्ना की खरीद को गुड़ाबांदा इलाके में आ रहे है। तुम सभी का लूट में सहयोग चाहिए। जो माल लूटा जाएगा, उसका बंटवारा कर लिया जाएगा। सागेन तैयार हो गया। तब लुटेरा बने पुलिस अधिकारी कासियाबेड़ा पहुंचे। सागेन से बातचीत हो ही रही थी कि इस बीच चुन्नू को शक हो गया कि सभी पुलिस वाले हैं।

पुलिस पर दागी गोली

जैसे ही बदमाशों को यह शक हुआ कि उनसे जो लोग बात कर रहे हैं, वे पुलिस अधिकारी हैं, चुन्नू पाडै़या और उसके सहयोगियों ने दो राउंड गोलियां दाग दी। जवाब में आत्मरक्षार्थ पुलिस की ओर से भी फाय¨रग की गई। इसके बाद सभी भागने लगे। भागाभागी में एक अपराधी को पकड़ने में सिपाही नकुल महतो का अंगूठा टूट गया।