-बंटू यादव पर जानलेवा हमले की घटना का पुलिस ने किया खुलासा

-प्रमुख आरोपी शिव यादव अरेस्ट, हमले की बात कबूली

LUCKNOW : 'बंटू रावण हैअगर बच गया तो फिर मारुंगा!' यह कहना है पार्षद बंटू यादव पर जानलेवा हमला करने वाले शिव यादव का। हजरतगंज पुलिस ने रविवार को हुई इस घटना का खुलासा करते हुए उसे अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने उसके अलावा एक अन्य सपा नेता वैष्णव को भी अरेस्ट किया है। पुलिस का कहना है कि वारदात को अंजाम देने में वैष्णव ने उसकी मदद की थी। इससे पहले बंटू के भतीजे ने शिव, वैष्णव समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी।

प्रत्यक्षदर्शियों से मिला सुराग

रामतीर्थ वार्ड के पार्षद अतुल यादव उर्फ बंटू पर रविवार पूर्वान्ह नरही के श्यामा चौराहे पर एक शवयात्रा के दौरान गोली मार दी गई थी। गंभीर रूप से घायल बंटू को इलाज के लिये सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां, हालत नाजुक देख डॉक्टर्स ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया था। देररात बंटू के सिर का डॉक्टर्स की टीम ने ऑपरेशन भी किया लेकिन, इसके बावजूद उनकी हालत अब तक बेहद नाजुक बनी हुई है। एसएसपी राजेश पांडेय के मुताबिक, जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस टीमों ने वारदात के वक्त मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की। पर, पूरे दिन लोग टालमटोल करते रहे। हालांकि, देरशाम एक-एक कर पुलिस को कई लोगों ने बताया कि बंटू को गोली शवयात्रा में शामिल उसके दुश्मन शिव यादव ने मारी है। उधर, बंटू के भतीजे अभिषेक यादव ने भी शिव, उसके पिता बद्री यादव, सपा नेता वैष्णव पर हमला करने और एफआई बिल्डर के मालिक सिराज अहमद, शान वारसी और उसके भाई मुंदर पर हमले की साजिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करा दी।

गोली मारी और फूफा के घर छिपा

एसएसपी पांडेय ने बताया कि शिव का सुराग लगने के बाद पुलिस टीमों ने उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू की। हालांकि, उसका सुराग नहीं मिल पा रहा था। रविवार/सोमवार की देररात सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा को सूचना मिली कि शिव यादव वारदात को अंजाम देने के बाद से चौपटिया के तोपखाना में रहने वाले फूफा प्रभुदयाल के घर में छिपा हुआ है। रात करीब तीन बजे इंस्पेक्टर हजरतगंज विजय मल यादव, क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर भगवान सिंह और उनकी टीम ने प्रभुदयाल के घर पर दबिश देकर आरोपी शिव यादव को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल 1 तमंचा 315 बोर बरामद किया। पूछताछ के दौरान शिव ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। वहीं, सोमवार दोपहर पुलिस ने आरोपी शिव यादव को हमले में मदद करने के आरोप में नरही के स्थानीय सपा नेता वैष्णव को अरेस्ट कर लिया।

बॉकस

पुलिस पर गलत फंसाने का आरोप

सोमवार रात एसएसपी आवास पर इस हाईप्रोफाइल खुलासे के लिये बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उस वक्त अजब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब पुलिस ने आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। मीडिया से मुखातिब होते हुए वारदात में मदद के आरोपी व एफआईआर में नामजद वैष्णव ने पुलिस पर खुद को गलत फंसाने का आरोप लगाया। उसने कहा कि जिस वक्त यह घटना हुई, वह वहां मौजूद ही नहीं था। उसने बताया कि वारदात के वक्त वह घटनास्थल से कुछ दूरी पर हुए भगवती जागरण के समापन पर आयोजित किये जा रहे भंडारे में शामिल था। बंटू पर हमले की जानकारी भी उसे भंडारे के दौरान ही मिली। एसएसपी राजेश पांडेय ने बताया कि बंटू के भतीजे ने वैष्णव को नामजद किया है। इसके अलावा शुरुआती जांच में भी उसके खिलाफ सुबूत मिले हैं। हालांकि, उन्होंने कहा विवेचना के दौरान सुबूतों की पुष्टि न होने पर वैष्णव को रिहा कर दिया जाएगा।