PATNA: पुलिस को चुनौती देने के लिए बदमाशों ने नया ट्रेंड अपनाया है। वह अब लोकल नहीं आईएसडी कॉल से रंगदारी मांग रहे हैं। बदमाशों के इस हाईटेक ट्रेंड का खुलासा करते हुए पटना पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों ने आईएसडी कॉल से 6 लाख रुपए की डिमांड की थी। पुलिस की पूछताछ में कई क्लू मिला है जिसके आधार पर कार्रवाई चल रही है।

आईएसडी कॉल का बढ़ा ट्रेंड

पटना में आईएसडी कॉल से अपराध का टे्रंड बढ़ गया है। पूर्व में भी आईएसडी कॉल से अपराध को अंजाम देने का मामला सामने आ चुका है। उत्तर प्रदेश के कानपुर से तीन माह पूर्व स्थानीय स्वॉट टीम ने भी बड़ा खुलासा किया था। यूपी पुलिस ने पटना से नेटवर्क का बड़ा खुलासा भी किया था लेकिन बिहार पुलिस उस नेटवर्क के सहारे कोई बड़ा राज नहीं उजागर कर पाई। इस कारण से ऐसे अपराधियों तक पुलिस पहुंचने से चूक गई। अब वह घटना कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं।

पुलिस को बदमाशों ने दी चुनौती

पटना पुलिस के लिए आईएसडी कॉल से रंगदारी का मामला चौंकाने वाला था। एसएसपी ने पुलिस टीम को बदमाशों के पीछे लगा दिया। बदमाशों ने आईएसडी कॉल कर कपड़ा व्यवसायी से 6 लाख रुपए मांग थे और नहीं देने पर दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की थी। ऐसे में पुलिस ने सफाई से काम करते हुए बदमाशों तक पहुंचने का प्रयास किया। एसएसपी ने अपने स्पेशल व टेक्निकल सेल के माध्यम से रंगदारी के इस इंटरनेशनल कनेक्शन वाले मामले का खुलासा किया। इसके लिए पुलिस को दो माह की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

अपराधियों ने किया खुलासा

एसएसपी मनु महाराज की टीम के हाथ आते ही बदमाशों ने अपराध का पूरा ट्रेंड बता दिया। पुलिस की स्पेशल टीम ने बख्तियारपुर में छापेमारी कर विजय साव, धर्मवीर उर्फ धनिया, मनीष कुमार उर्फ बादशाह, मोहन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। वह लोकल कॉल को इंटरनेट के माध्यम से आईएसडी बनाकर अपराध का अंजाम देकर इस नए ट्रेंड से पुलिस को बड़ी चुनौती देते थे।

हथियार और बाइक बरामद

पुलिस अगर बदमाशों के इस गिरोह को नहीं गिरफ्तार करती तो वह कोई न कोई बड़ी घटना को अंजाम दे देते। पुलिस ने काफी चौकसी बरती और बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से 2 मोटर साइकिल, एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस-बरामद किया। गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ बख्तियारपुर थाने में पूर्व से चार मामले दर्ज हैं।