- ज्ञानेंद्र चौधरी और नरेंद्र चौधरी के अलावा पांच अन्य आरोपी भी शिकंजे में

- पुलिस ने दोनों को स्पेशल सीजेएम की अदालत में किया था पेश

- बाकी आरोपियों की धरपकड़ को पुलिस की दबिश

Meerut : इंडियन ऑयल कारपोरेशन की पाइपलाइन से करोड़ों के तेल चोरी मामले में बड़ी जद्दोजहद के बाद गिरफ्तार हुए ज्ञानेंद्र और नरेंद्र को स्पेशल सीजेएम की अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद थाने से लेकर अदालत तक वीआईपी गाडि़यों की भीड़ लगी हुई थी। इसके बाद पुलिस ऑटो में बैठाकर दोनों आरोपियों को पहले अदालत फिर जेल ले गई। देर रात पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी दिखाई थी। बाकी पांच आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

ये था मामला

पंद्रह को फरवरी को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की पाइप लाइन से तेल चोरी में नरेंद्र चौधरी और ज्ञानेंद्र चौधरी के खिलाफ परतापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि ख्7 जनवरी से क्भ् फरवरी तक पाइप लाइन तक सुरंग बनाकर करोड़ों का तेल चोरी किया गया है। पुलिस ने तीन दिनों में ज्ञानेंद्र के खिलाफ सबूत जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया, जबकि नरेंद्र चौधरी को रिपोर्ट दर्ज करने के बाद ही हिरासत में ले लिया था।

ऑटो में ले गई पुलिस

ज्ञानेंद्र चौधरी की गिरफ्तारी के बाद परतापुर थाने में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग उसे अदालत तक निजी गाड़ी में ले जाने की मांग कर रहे थे। पुलिस ज्ञानेंद्र और नरेंद्र को हथकड़ी लगाकर ऑटो में बैठाकर कोर्ट तक ले गई। सीओ विजय प्रताप यादव ने बताया कि तेल चोरी के दोनों आरोपियों को स्पेशल सीजेएम की अदालत में पेश किया गया, जहां सुनवाई के बाद देर शाम दोनों को जेल भेज दिया गया। कोर्ट में ज्ञानेंद्र के समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी, जो अदालत से जेल तक दोनों आरोपियों के साथ गए थे। वहीं दूसरे पांचों आरोपियों की धरपकड़ को ताबड़तोड़ दबिशें दी जा रही है।

वर्जन

तेल चोरी का मामला राष्ट्रीय महत्व से जुड़ा हुआ है। ज्ञानेंद्र और नरेंद्र पर तेल चोरी के अलावा पेट्रोलियम अधिनियम में कार्रवाई की गई है, दोनों को अदालत में जेल भेज दिया है। जल्द ही दूसरे आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।

- आलोक शर्मा, आइजी मेरठ