पुलिस सोमवार को कर सकती है राजेश हत्याकांड का खुलासा

मुख्य आरोपी आकाश गिरफ्तार, पुलिस का दावा स्वीकार की हत्या की बात

ALLAHABAD: बसपा नेता राजेश यादव हत्याकांड में पकड़े गए आकाश ने अपने बचाव में एक नहीं तीन गोली पिस्टल से चलाई थी। इस बात का खुलासा उसने क्राइम ब्रांच व पुलिस अधिकारियों की पूछताछ में किया है। उसने बताया है कि वारदात के बाद उसने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल गंगा में फेंक दिया था। बता दें बसपा नेता की उस वक्त गोली मारकर हत्या की गई थी, जब वह अपने साथी व राज नर्सिग होम के संचालक डॉ। मुकुल सिंह के साथ ताराचंद हास्टल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में होने वाले छात्रसंघ चुनाव को लेकर किसी से मिलने गए थे।

दो दिन पूर्व पुलिस ने पकड़ा

मृतक राजेश की पत्‍‌नी मोनिका यादव ने मामले में डॉ। मुकुल सिंह को मुख्य अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला कुछ और निकलकर आया। ताराचंद हास्टल के निकट स्थित यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस व जांच टीम ने खंगाला, तो कुछ संदिग्ध युवक नजर आए। इनके हाथों में असलहे थे। फुटेज की बारीकी से जांच की गई तो आकाश सात साथियों के साथ ताराचंद हास्टल में घुसते हुए दिखा। इस आधार पर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने अंतेश प्रताप सिंह उर्फ जग्गा व आशुतोष सिंह को पकड़ा। उन्होंने बताया कि वारदात के दिन बसपा नेता नशे में थे। किसी बात को लेकर उनकी आकाश से बहस हुई। इसके बाद राजेश ने लाईसेंसी पिस्टल निकाली और फायर कर दिया। तब आकाश ने भी पिस्टल निकाल लिया और राजेश पर फायर किया।

पिस्टल से किए तीन फायर

आकाश ने बताया राजेश का विवाद जग्गा से हुआ था। राजेश ने पिस्टल से दो फायर किए और गालियां दी। तब आकाश ने भी पिस्टल निकालकर लगातार तीन फायर किए। एक गोली राजेश को लगी। उसने पुलिस से बचने के लिए हत्या में प्रयुक्त अवैध पिस्टल गंगा नदी में फेंक दिया।

आकाश ने हत्या की बात स्वीकार की है। हत्या से पूर्व जग्गा और मृतक राजेश के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद आकाश ने फायर कर दिया। गोली राजेश को लगी। जिससे उसकी मौत हो गई।

आकाश कुलहरि, एसएसपी