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- पिपराइच एरिया में मौत की सूचना के घंटों बाद पहुंची थी पुलिस

- इसके पहले भी कई मामलों में सामने आ चुकी है पुलिस की लापरवाही

PIPRAICH: क्षेत्र के गांवों में जमीनी विवाद के चलते हो रहे बवालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस बीच हुई घटनाओं में तो दो लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। ताजा मामले में बुधवार को बेला कांटा गांव में सड़क पर बढ़ाकर छत बनवा रहे दबंगों ने व्यक्ति को पीट पीटकर अधमरा कर दिया। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही घायल ने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि पुरानी रंजिश के चलते आरोपी काफी समय से परेशान कर रहे थे। कई बार शिकायत करने पर भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। यही कारण है कि दबंगों ने बेखौफ हो ये घटना अंजाम दे दी। वहीं, ग्रामीण भी ज्यादातर मामलों में दिखी पुलिस की लापरवाही को दबंगों के बढ़ रहे हौसले का कारण मान रहे हैं।

पूर्व में हुई घटनाओं पर एक नजर

7 जून - ग्राम सभा जंगल छत्रधारी टोला साहगंज में भी दो पक्षों मे विवाद हुआ था। इस दौरान दोनों तरफ के लोगों ने जमकर मारपीट की। एक तरफ से तो गोलियां ंभी दागी गई थीं, लेकिन पुलिस ने कोई खास कार्रवाई नहीं की।

8 जून - थाना क्षेत्र के आराजी चौरी गांव में रास्ते की 20 वर्ग फुट भूमि को लेकर हुई फायरिंग से पूरा गांव कांप उठा। पुलिस इस मामले में भी गोली चलने की घटना से साफ इनकार करती रही। ग्रामीण इस बात से हैरान थे कि पुलिस इतनी बड़ी घटना को पचा कैसे गई। इस विवाद में दोनों तरफ से जमकर लाठी, डंडे व ईंट पत्थर चले थे। इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई के नाम पर मात्र घायलों समेत छह लोगों का शांति भंग में चालान कर मौन हो गई।

18 जून - थाना क्षेत्र के सिंघौली गांव में ग्राम सभा की भूमि पर बने खड़ंजे को दबंगो के उखाड़ने का एक व्यक्ति ने विरोध किया। इस पर दबंगों ने 10-12 राउंड गोलियां दाग उसे जानमाल की धमकी दी। पीडि़त ने सौ नंबर पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की और ग्रामीणों के सामने तीन चार खोखे भी इकट्ठे किए। पर बाद में पुलिस ने गोली चलने की घटना से साफ इनकार कर दिया। पीडि़त की तहरीर को भी हटा दिया गया। बार-बार पूछे जाने पर रटा रटाया जवाब मिलता रहा कि कहीं कोई गोली नहीं चली है और किसी भी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है।

दो मौतों पर भी हैं खामोश

दो मई को छितौनी गांव में दो पक्षों के बीच दीवार चलाने को लेकर कहासुनी हुई थी। मामला मारपीट तक पहुंच गया। इसमें सफी खां नामक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, 14 मई की घटना में जंगल छत्रधारी के टोला साहगंज में ही झुंगिया निवासी व सपा नेता पिंटू यादव की भी जमीनी विवाद में चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में भी पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लग पाया।