- एनआईए और यूपी एटीएस की टीम ने मारा छापा

- 1000-1000 रूपये के दो नकली नोट भी बरामद

आगरा। ताजनगरी में नकली करेंसी के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के सुशील नगर से ये नेटवर्क कोई पुरूष नहीं बल्कि एक महिला चला रही थी। वह अपने दम पर पिछले दस साल से बंगलादेशी युवक के जरिए लाखों की करेंसी खपा रही थी। फातिमा नामक महिला को गुरूवार को एनआईए (नेशनल इवेस्टीगेशन एजेंसी) और यूपी एटीएस ने संयुक्त रुप से धर दबोचा। शाम को एनआईए ने फातिमा का सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से टीम तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड लेकर दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली से टीम इसको वेस्ट बंगाल लेकर जाएगी।

बंग्लादेश के एजेंट से मिला सुराग

दरअसल, जनवरी 2016 को बंगलादेशी नागरिक अनारुल इस्लाम को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। उसे वेस्ट बंगाल के मालदा में आठ लाख की नकली करेंसी के साथ दबोचा था। वह मूल रूप से बंगलादेश के चपई नवाबगंज जिले का रहने वाला है। फरवरी 2016 को मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथों में ले ली थी। जब टीम ने अनारुल से पूछताछ की, तो आगरा निवासी फातिमा का नाम सामने आया। गुरूवार दोपहर में एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुशील नगर में स्थानीय पुलिस के साथ छापा मारा। टीम ने यहां रहने वाली 42 वर्षीय फातिमा को दबोच लिया। आगरा में फातिमा की लोकेशन अनारूल इस्लाम से ही टीम को मिली थी। टीम को 1000-1000 रूपये के दो नकली नोट भी बरामद हुए हैं।

तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर फातिमा

एनआईए और यूपी एटीएस की टीम ने फातिमा को दीवानी सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड लेकर एनआईए की टीम डीएसपी कंचन मिश्रा के नेतृत्व में लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गई। दिल्ली के बाद फातिमा को वेस्ट बंगाल ले जाया जाएगा। इस दौरान टीम में आईएनए के पीएन तिवारी, मनोज कुमार, यूपी एटीएस के यतेन्द्र शर्मा, आलोक कुमार व एत्माद्दौला पुलिस भी शामिल रही।