न्यायालय में पेशी से वापस लौटने के दौरान दीवानी परिसर में हुई घटना

परिजनों द्वारा लाया खाना न खिलाने देने से भड़के कैदी

हंगामे के दौरान किया भागने का प्रयास

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: मगंलवार सुबह जिला कारागार से दीवानी आए दोहरा सिपाही हत्याकांड के आरोपी पेशी पर लाने वाले पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गए। परिजनों द्वारा लाया गया खाना न खिलाने से गुस्साए बंदियों ने सिपाहियों से मारपीट की। जिसमें उनकी वर्दी तक फट गई। इसके बाद सिपाही हत्यारोपियों को किसी तरह हवालात लाए। हंगामा होते ही दीवानी परिसर में सैकड़ों की भीड़ एकत्रित हो गई। बाद में पहुंचे सीओ ने फोर्स के सहयोग से हंगामे को शांत किया। पुलिस के मुताबिक कैदी हंगामा करके भागने के प्रयास में थे।

मंगलवार सुबह जिला कारागार से कई बंदियों को पेशी के लिए जिला न्यायालय परिसर लाया गया था। इन बंदियों में आरक्षी दिनेश प्रताप और गिर्राज सिंह गुर्जर के हत्यारोपी सुल्तान और बसीम पुत्र रफीक निवासी ताड़ोवाली बगिया थाना रामगढ़ भी थे। दीवानी परिसर में लाने के बाद सभी कैदियों को पुलिस वैन से उतारकर चौकी की हवालात में बंद कर दिया गया। इसके बाद दो-दो के जोड़े में पुलिस कर्मी उन्हें न्यायालय ले गए। इसके तहत ही सिपाही रवेंद्र कुमार और गवेंद्र सिंह बंदी सुल्तान और बसीम को पेशी के लिए न्यायालय ले गए। न्यायालय से लौटते समय बंदियों के परिजनों ने सिपाहियों से कहा कि वह सुल्तान और रफीक के लिए घर से खाना लाए हैं, लिहाजा कुछ देर रुक कर उनको खाना खिला लेने दो। परंतु सुरक्षा कारणों से दोनों सिपाहियों ने परिजनों को और खाने को बंदियों से दूर ही रखा। इससे कैदी सुल्तान एवं बसीम बौखला गए और सिपाही रवेंद्र कुमार व गवेंद्र सिंह के ऊपर टूट पड़े।

हाथापाई और मारपीट में दोनों सिपाहियों की वर्दी फट गई तो उनके हल्की चोट भी आई। इसी बीच बंदियों के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। बताया जाता है कि इस दौरान दोनों कैदियों ने भागने का प्रयास भी किया, परंतु हंगामा होते ही न्यायालय परिसर में भीड़ एकत्रित हो गई और चौकी के फोर्स ने घेराबंदी कर दी। जिससे कैदियों को मौका नहीं मिल सका। इसके बाद दोनों को बमुश्किल पुलिस वैन में बैठा गया, लेकिन वाहन में बैठने के बाद वे पुलिस कर्मियों को भद्दी गालियां देते रहे। सूचना पर सीओ सदर जगदीश सिंह और चौकी इंचार्ज दीपक चंद्र दीक्षित मौके पर पहुंच गए, तब स्थिति नियंत्रित हुई। इसके बाद पुलिसकर्मी सुल्तान और बसीम को चौकी ले गई और वहां उनकी पिटाई की। फिर बाद में दोनों को सुरक्षा के बीच जिला कारागार भेज दिया गया।

भागने का प्रयास कर रहे थे-सीओ

सीओ सदर जगदीश सिंह ने बताया कि पेशी पर आए दोनों कैदी सिपाहियों पर हमला बोलकर भागने का प्रयास कर रहे थे लेकिन दोनों पुलिसकर्मियों की बहादुरी के कारण उनकी कोशिश नाकाम हो गई। साहस के लिए दोनों सिपाहियों को सम्मानित किया जाएगा।