- पाक्सो एक्ट में जेल भेजे गए मैनेजर, प्रिसिंपल

- सीसीटीवी फुटेज, स्कूल के रजिस्टर से होगी जांच पड़ताल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : राजघाट थाना के पास नर्सरी स्कूल में मासूम के साथ रेप के मामले में पुलिस उलझ गई है। मासूम से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस स्कूल की दाई से पूछताछ में लगी रही, लेकिन इसके बाद भी बच्ची को धक्का देने वाले बालक की पहचान नहीं हो सकी। घटना की असलियत सामने लाने के लिए पुलिस ने स्कूल के दस्तावेज को कब्जे में लिया है। सीसीटीवी फुटेज के सहारे बालक का पता लगाया जा रहा है। एसएसपी ने कहा कि पाक्सो एक्ट के तहत मैनेजर और प्रिसिंपल को जेल भेज दिया गया है।

फ्राइडे दोपहर घर पहुंची मासूम, तब हुई जानकारी

राजघाट थाना के पास निहाल का फन एंड लर्न स्कूल है। तुर्कमानपुर की एक चार साल की मासूम स्कूल में पढ़ती है। फ्राइडे दोपहर वह घर पहुंची तो कपड़ों पर खून लगा देखकर फैमिली मेंबर्स डॉक्टर के पास गए। प्राइवेट डॉक्टर ने बच्ची के साथ रेप होने की आशंका जताई। घटना की शिकायत लेकर फैमिली मेंबर्स स्कूल पहुंचे। लेकिन प्रिसिंपल और मैनेजर ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। मामले को टरकाने की कोशिश में लगे रहे। इसके बाद मासूम के घरवालों ने पुलिस को सूचना दी।

इस वजह से भड़का था पब्लिक का गुस्सा

पब्लिक का गुस्सा भड़कने के पीछे पुलिस ने स्कूल प्रशासन, जिला महिला अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया है। अफसरों का कहना है कि फैमिली मेंबर्स की शिकायत को स्कूल प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया जबकि बच्ची ने बताया कि उसे एक भैया ने धक्का देकर गिरा दिया। उसने स्कूल में काम करने वाली छोटी बुआ को जानकारी दी थी। टीचर ने आरोपी लड़के को सजा भी दी। बावजूद इसके स्कूल प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं निभाया। यदि फौरन मासूम के घरवालों को सूचना दी जाती तो उनका गुस्सा नहीं बढ़ता। स्कूल प्रशासन के रवैये से परेशान लोग हॉस्पिटल पहुंचे। वहां अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। मेडिकल जांच में विलंब किया गया।

पब्लिक ने किया तोड़फोड़, अब पुलिस करेगी कार्रवाई

स्कूल में हुई घटना में लापरवाही का दोषी मैनेजर और प्रिसिंपल को माना गया है। पुलिस ने दोनों को पाक्सो एक्ट के तहत अरेस्ट करके संडे को जेल भेज दिया। स्कूल में तोड़फोड़ करने, प्रदर्शन करने, घंटाघर में जाम लगाने, जबरन दुकानें बंद कराने वाले लोगों पर शिकंजा कसने में लगी है। ऐसे सभी लोगों की पहचान कराई जा रही है। उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने जानबूझकर अराजकता फैलाई। पथराव करके माहौल को खराब कराने का प्रयास किया। हालांकि प्रदर्शन में शामिल रहे कुछ लोग पुलिस अफसरों से मिलकर माफी मांगने लगे हैं।

पुलिस के कब्जे में स्कूल का सीसीटीवी फुटेज, रजिस्टर

स्कूल में काम करने वाली दाई, छोटी बुआ से पूछताछ में बालक की पहचान नहीं हो सकी। इसलिए पुलिस ने स्कूल में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में ले लिया। पुलिस अफसर सीसीटीवी फुटेज को देख रहे हैं। मासूम ने जिस तरह का हुलिया बताया था। उस हुलिया के बालक की तलाश में स्कूल के रिकार्ड कब्जे में लिए गए हैं। करीब डेढ़ सौ बच्चों के बीच से बच्ची को धक्का देने वाले बालक की तलाश की जाएगी। बालक के सामने आने के बाद रेप की हकीकत सामने आएगी। पुलिस का कहना है कि उससे पूछताछ के बाद सही जानकारी मिल सकेगी।

स्कूल मैनेजर, पि्रंसिपल की मीटिंग में जारी होगी गाइड लाइन

सुप्रीम कोर्ट ने स्कूलों के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट के आदेशानुसार

सिटी के स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं। इसकी जांच पड़ताल पुलिस करेगी। मंडे को स्कूल मैनेजर, प्रिंसिपल, डीआईओएस, बीएसए, आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य विभागों के अफसरों की मीटिंग बुलाई गई है। सिटी में ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए छुट्टी का समय बदला जाएगा। इसके साथ ही बच्चों की सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किए जाएंगे। स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा लगवाना अनिवार्य होगा। बस में मौजूद एक टीचर के साथ बच्चे अपने घर जाएंगे। यदि कोई गंभीर शिकायत सामने आई तो कैसे कार्रवाई की जाएगी, सहित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। थाने में दर्ज मुकदमे में प्रिंसिपल और मैनेजर को अरेस्ट करके जेल भेजा गया है। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी की जाएगी। इसके लिए स्कूल मैनेजर, प्रिंसिपल और अन्य विभागों के अफसरों की मीटिंग बुलाई गई है।

रामकृष्ण भारद्वाज, एसएसपी