पुलिस का गुडवर्क हजम नहीं कर पा रही आरबीआई व ईडी

परतापुर पुलिस कर रही है नोटों की सुरक्षा

Meerut। बिल्डर संजीव मित्तल के घर से मिली 25 करोड़ की पुरानी करेंसी पुलिस के लिए मुसीबत बन गई है। आरबीआई व ईडी (एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट) के साथ अन्य विभागों ने पुराने नोट जमा करने से इंकार कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मंगलवार को थाने में जमा करके लिखा-पढ़ी के बाद इन्हें ट्रेजरी में जमा कराया जाएगा।

बच रही आरबीआई व ईडी

पुलिस के मुताबिक उनके गुडवर्क को एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (प्रवर्तन निदेशालय) तथा आरबीआई हजम नहीं कर पा रहे हैं। कई बार लिखित में सूचना देने के बाद भी किसी ने पुराने नोटों की जानकारी तक लेना जरूरी नहीं समझा। जबकि पुलिस पिछले चार दिन से आरबीआई व ईडी की टीम का बेसब्री से इंतजार कर रही है।

आयकर ने दिया नोटिस

पुलिस का कहना है कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने भी बिल्डर संजीव मित्तल को एक नोटिस देकर अपना पीछा छुड़ा लिया है। जबकि आयकर विभाग चाहता तो बिल्डर के खिलाफ अपने स्तर से मुकदमा दर्ज करवा सकता था।

कहीं कोई खेल तो नहीं

प्रदेश में नोटबंदी के बाद यह पहला मामला है कि पुलिस ने बिल्डर के घर से 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद की है लेकिन सूचना देने के बाद भी आरबीआई व ईडी की टीम की केस में दिलचस्पी नहीं ले रहीं।

बैंक अफसरों की मिलीभगत

आयकर विभाग को बिल्डर की फाइलों में पांच बैंक प्रबंधकों के नाम मिले हैं, जिन्होंने सेटिंग से इसे करोड़ों रुपये का लोन भी दे दिया। इतने सुबूत मिलने के बाद भी आयकर विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

यह है मामला

रिठानी स्थित राजकमल एन्कलेव में बिल्डर संजीव मित्तल के घर व ऑफिस से 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद हुई थी। पुलिस ने मौके से चार लोगों को दबोच लिया था लेकिन संजीव मौके से फरार हो गया था। जब से नोटों की सुरक्षा में परतापुर पुलिस ही लगी है।

आरबीआई व ईडी को 25 करोड़ की पुरानी करेंसी बरामद होने की जानकारी दे दी गई है। अभी तक आरबीआई व ईडी से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। मंगलवार को करेंसी परतापुर थाने में जमा कराई जाएगी। इसके बाद इससे ट्रेजरी में जमा कराया जाएगा।

मंजिल सैनी, एसएसपी