ब्लाइंड केसों को सुलझाएगी एसटीएफ, स्थानीय पुलिस के साथ करेगी काम

बीते तीन दिनों में एसटीएफ ने दो मर्डर केसों का किया खुलासा

Meerut। लोकल पुलिस को अब केसों के खुलासे और अपराधियों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ का सहारा है, लिहाजा अब जिले के ब्लाइंड केसों को सुलझाने में एसटीएफ मदद करेगी। इसके अलावा वांटेड बदमाशों की धरपकड़ के लिए एटीएफ व स्थानीय पुलिस एक साथ काम करेगी। एसएसपी राजेश कुमार पांडे ने बताया कि एसटीएफ के काम करने की कार्यशैली अलग है। इसलिए अब उससे ब्लाइंड केसों की कमान सौंपी जाएगी। एसटीएफ ने तीन दिन में दो मर्डर के केसों का खुलासा भी कर दियौ। जिसमें पुलिस थककर बैठ गई थी।

एसटीएफ ने खोली घटनाएं

दुल्हन की लूट के बाद हत्या

बीते 27 अप्रैल को मुजफ्फरनगर के मिमलाना रोड निवासी शाहवेज पुत्र शमशाद की बरात गाजियाबाद के गांव नाहल में गई थी। शुक्रवार रात करीब 11 बजे दूल्हा शाहवेज विदा कराकर दुल्हन कहविश परवीन उर्फ फरहाना को कार से लेकर मुजफ्फरनगर लौट रहे थे। दिल्ली -हरिद्वार हाईवे पर गांव मटौर के पास दो कारों से आए बदमाशों ने दुल्हन के गहने उतरवा कर पति और रिश्तेदारों से कैश भी लूट लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने पति शाहवेज पर गोली चला दी, लेकिन पत्‍‌नी कहविश परवीन सामने आ गई, जिससे गोली उसे जा लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

4 थानों की पुलिस हुई फेल

पुलिस इस केस की चार दिन से जांच कर रही थी, लेकिन विफल साबित हुई। बीते दो मई को एसएसपी का चार्ज लेते ही एसएसपी राजेश कुमार पांडे ने इस केस की जांच एसटीएफ को सौंपी। एसटीएफ ने दो दिन में ही केस का खुलासा कर दिया।

हत्यारों को दबोचा

बीती 30 अप्रैल को ब्रह्मापुरी चौराहे पर कोठा संचालिका जरीना की दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस इस केस में कोई दिलचस्पी नहीं ले रही थी। एसएसपी राजेश पांडे ने इस केस की जांच भी एसटीएफ को 3 मई को सौंपी। एसटीएफ ने एक दिन में कोठा संचालिका की हत्या करने वाले बिलाल पुत्र दीन मोहम्मद व नवेद पुत्र चांद को गिरफ्तार कर ि1लया था।

फाउंडर मेंबर है एसएसपी

गौरतलब है कि बीस साल पहले चार मई को एसटीएफ का लखनऊ में गठन किया गया था। एसटीएफ की टीम में एसएसपी राजेश कुमार पांडे को भी शामिल किया गया था। जब वह लखनऊ में डीएसपी थे। काफी समय तक वह एसटीएफ में शामिल रहे है। कई बदमाशों को उन्होंने मुठभेड़ में मार गिराया था।