- निकाय चुनाव के बाद होनी है रिलीज, कई विवादित दृश्य भी शामिल

- पद्मावती की रिलीज को लेकर हलकान पुलिस के सामने अब नई चुनौती

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW (20 Nov): यूं तो फिल्में मनोरंजन का साधन होती हैं, लेकिन यदि वह सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की वजह बन जाए तो पुलिस के माथे पर परेशानी की लकीरें दिखना स्वाभाविक है। कुछ ऐसा ही हाल यूपी पुलिस के बड़े अधिकारियों का है जिन्हें अयोध्या को लेकर बनी एक फिल्म की रिलीज की ंिचंता सताने लगी है। पिछले सात महीने से यूपी को सांप्रदायिक हिंसा की आग से बचाने के लिए पुलिस ने जो रणनीति तैयार की थी, उस पर तीन फिल्मों की रिलीज पानी फेर सकती है। पद्मावती की रिलीज में देरी ने पुलिस को थोड़ी राहत तो दी पर दूसरी ओर पश्चिमी यूपी में 'मुजफ्फरनगर दि बर्निग लव' का प्रदर्शन विवाद की वजह बनता जा रहा है।

फिल्म में कई विवादित दृश्य

दरअसल गेम ऑफर अयोध्या का ट्रेलर लांच होने के साथ ही इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होता जा रहा है। फिल्म के ट्रेलर में ही राम जन्म भूमि आंदोलन के कुछ दृश्यों को शामिल किया गया है जिनमें आंदोलन के अगुवा भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का उस दौरान दिया गया भाषण भी शामिल है। वहीं यह आशंका भी जताई जा रही है कि फिल्म के कुछ डायलॉग भी नये विवादों को जन्म दे सकते हैं। यही वजह है कि पद्मावती को लेकर यूपी सरकार द्वारा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भेजे गये पत्र के बाद अब गेम ऑफ अयोध्या की रिलीज को लेकर शासन स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। इस फिल्म का निर्माण यूपी के एक राजनेता द्वारा किया गया है लिहाजा इसे लेकर सियासी घमासान भी मचने की संभावना जताई जा रही है। वहीं दूसरी ओर यह माना जा रहा है कि अयोध्या विवाद का हल निकालने को लेकर इधर तमाम कवायदें हो रही हैं, लिहाजा ऐसे माहौल में फिल्म का प्रदर्शन नये विवाद खड़े कर सकता है।

प्रशासन ने लगाई रोक

मुजफ्फरनगर दंगे पर बनी फिल्म मुजफ्फरनगर-द-बर्रि्नग लव के प्रदर्शन पर रविवार को जिला प्रशासन ने रोक लगा दी थी। दरअसल रविवार को कुछ साधु-महात्मा एवं कलाकार फिल्म देखने गए थे। इस दौरान पुलिस ने उनके एक कलाकार मनोज पाल को हिरासत में ले लिया और फिल्म नहीं चलने दी। पहले अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सीएम योगी की रैली के बाद फिल्म का प्रदर्शन चालू हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मालूम हो कि देशभर में रिलीज हो चुकी इस फिल्म पर मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत और उत्तराखंड के रुड़की में अघोषित रूप से रोक लगी है। इसकी वजह पश्चिमी उप्र का माहौल बिगड़ने से रोकना माना जा रहा है।

'पद्मावती' पर भी बढ़ी मुश्किलें

इतना ही नहीं, संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज पर संकट गहराता जा रहा है। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा फिल्म की रिलीज को रोके जाने के बयान ने सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी है। वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी राजपूतों की भावनाओं का ख्याल रखने का बयान देकर माहौल गर्म कर दिया है। राजस्थान में भी इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाये जाने के संकेत मिल रहे हैं। यूपी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तो फिल्म रिलीज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूपी कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने भी सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में फिल्म का विरोध किया है। ध्यान रहे कि भाजपा के तमाम सांसद और विधायक भी फिल्म का पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं।

कोट

यूपी पुलिस ने हाल ही में जो एडवाइजरी जारी की थी उसमें तीनों फिल्मों का जिक्र था। पुलिस विभाग तीनों फिल्मों से जुड़ी गतिविधियों से लेकर रिलीज पर भी नजर बनाए हुए है। इस बाबत जल्द ही उच्चस्तरीय विचार-विमर्श भी किया जाना है।

- आनंद कुमार

एडीजी, कानून-व्यवस्था