पुलिस के सुरक्षा के दावों पर भारी पड़ रहे जालसाज

खुद को वर्दी वाला बताकर भी कई लोगों को लगाया चूना

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LUCKNOW: शहर के अंदर सक्रिय टप्पेबाजों पर लगाम कसने में पुलिस नाकाम है। कहीं पुलिस वाले बनकर जालसाज चूना लगा रहे तो कहीं कार सवारों को झांसा देकर जालसाज उनका सामान लेकर फरार हो जा रहे हैं। एक हफ्ते पूर्व कोतवाली एरिया में एक टप्पेबाज की गिरफ्तारी के बावजूद पूरे गैंग तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। दो दिन पहले रिक्शा सवार महिला को झांसा देकर हुई लूट में कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है बदमाशों की तलाश चल रही है। हालांकि पूर्व में हुई कई घटनाओं में पुलिस किसी बदमाश को नहीं अरेस्ट कर सकी।

केस एक:
पुलिस वाला बनकर ले गए गहने
शहर के अतिव्यस्त एरिया बेतियाहाता में गुरुवार को मिठाई खरीदने जा रही अलहदादपुर मोहल्ले की संध्या को झांसा देकर जालसाज गहने उतरवा ले गए थे। खुद को सिपाही बताकर चेकिंग के बहाने बदमाशों ने वारदात की। अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस जांच में जुटी है।

केस दो:
झांसा देकर कार से उड़ाया बैग
एयरपोर्ट से फर्टिलाइजर जा रहे प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी को झांसा देकर जालसाजों ने चूना लगा दिया। बुधवार को मोहद्दीपुर में कार से धुआं निकलने की बात कहकर जालसाज कर्मचारी का बैग लेकर फरार हो गए। बैग में फर्टिलाइजर के निर्माण से संबंधित जरूरी दस्तावेज भी थे।

पुलिस की वर्दी में आते बदमाश
शहर के अंदर सादे कपड़ों में खुद का पुलिस कर्मचारी बताने वाले खतरनाक हो सकते हैं। राह चलते खुद को पुलिस कर्मचारी बताकर जालसाज लोगों के साथ वारदात कर रहे हैं। इनके टारगेट पर रिक्शा सवार महिलाएं और बुजुर्ग ज्यादा होते हैं। शहर के अंदर हुई ज्यादातर घटनाओं में जालसाजों ने रिक्शा सवार महिलाओं को शिकार बनाया है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि वर्दी वाला बनकर लूटपाट करने वाले बदमाश पहले से रेकी करते हैं। वह मार्केट में घूमकर साफ्ट टारगेट तलाशते हैं। मौका मिलने पर झांसा देकर गहने और नकदी लूटकर फरार हो जाते हैं। इस तरह की जालसाजी करने वाले बदमाश लोगों का सामान बदलकर भी गड़बड़ी करते हैं।

रहें सजग, मचाएं शोर
शहर के अंदर टप्पेबाजी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसे मामलों में पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही। इन परिस्थितियों में सजग रहकर ही सुरक्षित रहा जा सकता है। पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि यदि कोई ऐसी बात सामने आए तो लोगों को शोर मचाकर सबको बताना चाहिए। पब्लिक की सक्रियता से ऐसे लोगों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।

इस तरह से झांसा देते टप्पेबाज
चेकिंग के बहाने पुलिस वाले बनकर टारगेट बनकर शिकार बनाते हैं।

आगे लूट, हत्या हो गई जैसी बात करके गहने उतरवा लेते हैं।

जेवर पहनकर निकलने पर घटना होने, चेकिंग होने का डर दिखाकर

कार के बोनट से धुआ निकल रहा है। उसमें आग लग गई है।

कार का टायर घूम रहा है। तेल गिरने या सामान गिरने की सूचना देते हैं।

गाड़ी का टायर पंचर हो गया है।

कुछ दूर आगे चलकर भगवान के दर्शन होंगे।

नोट की गड्डी छिपाकर रखने के बहाने गड्डी बदल देते हैं।

सड़क पर रुपए गिरने की बात कहकर जालसाज सामान उड़ा देते हैं।

इन घटनाओं में पुलिस रही खाली हाथ

04 अक्टूबर 2018: बेतियाहाता मोहल्ले में पुलिस वाले बनकर जालसाजों ने महिला को लूट लिया। दिन दहाड़े गहने उतरवाकर फरार हो गए।

03 अक्टूबर 2018: मोहद्दीपुर में प्राइवेट कंपनी के इंजीनियर को झांसा देकर जालसाज कार से बैग लेकर फरार हुए।

18 फरवरी 2018: कैंट एरिया के बेतियाहाता मोहल्ले में दवा कारोबारी की मां को झांसा देकर जालसाजों ने लूट लिया।

27 नवंबर 2017: शाहपुर एरिया में स्कूल प्रबंधक की पत्‌नी से जालसाजों ने गहने लूट लिए। गीता वाटिका के पास चेकिंग का झांसा देकर दिन दहाड़े गहने उतरवाकर फरार हो गए।

07 नवंबर 2017: कानपुर में तैनात ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मचारी से रेती रोड पर पुलिस वाले बनकर जालसाजों ने एक लाख 96 हजार रुपए की चपत लगा दी।

24 अक्टूबर 2017: कोतवाली एरिया के मून लाइट होटल में ठहरे कोलकाता के व्यापारियों से साढ़े सात लाख की ठगी। चेकिंग के बहाने चूना लगाकर बदमाश फरार हो गए।