अतरसुइया में एटीएम से 23 लाख रुपये निकालने के मामले में पुलिस ने टेक्नेशियन का बयान भी लिया

पुलिस के शक के दायरे में एजेंसी के कर्मचारी, आरोपित कस्टोडियन से भी होगी पूछताछ

ALLAHABAD: अतरसुइया के मीरापुर इलाके में बैंक आफ इंडिया के एटीएम से हाल ही में 23 लाख 70 हजार रुपये गायब करने के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। सोमवार को पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराने वाले शाखा प्रबंधक और एटीएम मशीन दुरुस्त करने, पासवर्ड तैयार करने समेत अन्य इंतजाम देखने वाले टेक्निशियन का बयान दर्ज किया। जल्द ही पुलिस आरोपित कस्टोडियन से पूछताछ की तैयारी में है। पुलिस ने एटीएम बूथ के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली, लेकिन पुलिस के हाथ ऐसा कोई सुराग नहीं लगा, जिससे यह साबित हो सके कि लाखों रुपए की रकम किसने और कब गायब की।

एटीएम खराब तो क्यों डाले रुपए

सेकुरीट्रांस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी विभिन्न शहरों के बैंक एटीएम में रोज रुपए लोड कराती है। इसी एजेंसी को मीरापुर इलाके में स्थित बैंक आफ इंडिया के एटीएम में रुपये लोड करने का काम भी बैंक ने दे रखा है। 23 लाख 70 हजार रुपए गायब होने की जानकारी मिलने पर एजेंसी के शाखा प्रबंधक अशोक कुमार ने अतरसुइया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। शाखा प्रबंधक ने पुलिस को बताया है कि एटीएम में रुपये लोडिंग के दौरान 23 लाख 70 हजार रुपये किसी के द्वारा गायब कर दिए गए। लोडिंग का काम एजेंसी के दो कस्टोडियन दिलीप निषाद पुत्र रोशन लाल निवासी अतरसुइया और जय सिंह पुत्र बालकृष्ण निवासी सीतापुर चित्रकूट करते थे। दोनों के पास एटीएम के अलग अलग पासवर्ड थे जिससे कैश बाक्स खुलता था। अगस्त से सितंबर के बीच लोडिंग के दौरान लाखों रुपये उड़ाए गए। मुकदमे में दोनों कस्टोडियन को नामजद किया गया है।

एजेंसी कर्मचारियों पर शक

पुलिस ने दोनों कस्टोडियन के साथ टेक्निशियन को शक के घेरे में लिया है। जांच में पता चला है कि जिस दौरान बैंक की एटीएम खराब थी। उस दौरान भी एटीएम में एजेंसी के लोगों द्वारा रुपए लोड किए जाते रहे। इस बात की शिकायत भी एजेंसी के लोगों से की गई थी। शिकायत के बाद भी मशीन को सही नहीं किया गया।

अतरसुइया थाना प्रभारी बृजेश कुमार यादव ने बताया है कि शाखा प्रबंधक का बयान दर्ज किया गया है। एजेंसी के दोनों टेक्निशियन से सिस्टम के बारे में पूछताछ हुई। पूछताछ के आधार पर यही लगता है कि गबन का काम एजेंसी के ही किसी कर्मचारी ने किया है।